बालाघाट,सुनील कोरे। मध्यप्रदेश के लामता-बालाघाट मार्ग पर काष्ठागार डिपो के पास ईट से भरी ट्रेक्टर ट्राली पलट गई हैं जिसमें सवार दो मजदूर युवती की घटनास्थल पर ही मौत हो गई। जबकि दो लोगों की हालत गंभीर है, वहीं आधा दर्जन से ज्यादा लोगों को चोटें आई है। जिन्हें लामता चिकित्सालय में भर्ती कराया गया है। कुछ घायलों को जिला चिकित्सालय के लिए रैफर कर दिया गया।
हम आपको बता दें कि लामता-बालाघाट मार्ग पर काष्ठागार डिपो के पास आज लगभग 4 बजे के समय एक ईट से भरी ट्रेक्टर ट्राली के सामने से आ रहे ट्रक से बचने के चक्कर में अनियंत्रित होकर पलट गई। बताया जा रहा है कि यह ट्रेक्टर ट्राली, लामता से ईट लेकर पांडेवाड़ा जा रही थी। जिसमें सभी पांडेवाड़ा के मजदूर मौजूद थे। बहरहाल घटना के बाद एम्बुलेंस और पुलिस विलंब से पहुंची, जिसके कारण घायलों को तत्काल उपचार नहीं मिल सका। लोगों ने आगे आकर और निजी वाहन से घायलों को अस्पताल पहुंचाया। लामता निवासी नागरिक की मानें तो ट्रेक्टर ट्राली में चालक सहित 10 से 12 लोग सवार थे। जो ईट को लेकर पांडेवाड़ा जा रही थी। इस दौरान ही यह हादसा हो गया। जिसमें तत्काल कोई मदद के लिए साधन नहीं मिलने पर निजी वाहनों से घायलों को उपचारार्थ लामता अस्पताल लाया गया। वहीं विलंब से पहुंची पुलिस ने मृतिका के शवों को बरामद कर लिया है। जिनके शव का कल 4 दिसंबर को पीएम कराया जायेगा। वहीं घायलों के नाम और बयान पुलिस ने दर्ज कर लिये है। जिसके आधार पर ट्रेक्टर ट्राली मालिक और चालक के खिलाफ कार्यवाही की जायेगी। हालांकि इस घटना में ट्रेक्टर ट्राली चालक और उसकी बहन भी घायल है।
दरअसल, इस घटना में लगभग 18 वर्षीय ललिता पिता झाडु मरावी और 19 वर्षीय अनिता पिता हनेश सिरसाम निवासी पांडेवाड़ा की घटनास्थल पर ही मौत हो गई। वहीं चालक 22 वर्षीय भीवराम पिता सखाराम बिसेन, 20 वर्षीय दिनेश पिता फत्तुलाल मड़ावी, 17 वर्षीय अनिता पिता सखाराम बिसेन, 17 वर्षीय धनीराम पिता सखाराम बिसेन, 32 वर्षीय गायत्री पति मनोज मर्सकोले, 18 वर्षीय राधिका पिता प्रेमसिंह इड़पांचे, 15 वर्षीय कविता पिता मंगलसिंह पंद्रे, 13 वर्षीय कुशल पिता प्रेमसिंह पारधी, 35 वर्षीय श्रीमती चंद्रकला पति मंगलसिंह मर्सकोले और 11 वर्षीय दुर्ग बिसेन को उपचारार्थ लामता अस्पताल से रैफर कर जिला चिकित्सालय में भर्ती कराया गया है। जिसमें राधिका और कुशल की हालत गंभीर बताई जा रही है।
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घटना की एक प्रमुख वजह यह भी रही है कि मार्ग के किनारों को सड़क बनाते समय नहीं भरा गया था अब जाकर उन सड़क के किनारों को भरने के लिए मिट्टी ठग पूर्ति के लिए डाल दी है जिसके कारण हादसा होने की सम्भावना बनी रहेगी। बता दें कि उस समय वहां पर डंपर भी खड़े थे और ट्रेक्टर ट्राली चालक ने किनारे से वाहन निकालने का प्रयास किया, लेकिन एकाएक सामने से आ रहे ट्रक से बचने के कारण चालक का वाहन से नियंत्रण खो गया और ट्रेक्टर ट्राली अनियंत्रित होकर पलट गई। जिसमें दो परिवारों की बेटियों की असमय मौत हो गई। वहीं कई परिवार के बच्चे और महिलायें घायल हो गये। बहरहाल इसके बाद भी यदि प्रशासन घटना के कारणों की जांच नहीं कराता है और दोषियों के खिलाफ कार्यवाही नहीं करता है तो निश्चित ही एक बार फिर ऐसी घटनाओं की पुनर्रावृत्ति होने से इंकार नहीं किया सकता।