बालाघाट, सुनील कोरे| Balaghat News कोतवाली थाना अंतर्गत बड़ी कुम्हारी में गत दिनों राजेन्द्र उर्फ मुन्ना दमाहे की हत्या उधारी के रूपयों को लेकर हुई थी। जिसमें पुलिस (Police) ने उसके ही दोस्त प्रेमचंद उर्फ बिच्छी नगपुरे को पुलिस ने गिरफ्तार (Arrest) किया है।
मिली जानकारी अनुसार आरोपी प्रेमचंद पर मृतक राजेन्द्र उर्फ मुन्ना दमाहे के 13200 उधार थे। जिसके लिए राजेन्द्र प्रेमचंद को लगातार फोन लगाकर उधारी वापस करने के लिए तकाजा कर रहा था। जिससे परेशान होकर आरोपी ने योजनाबद्व तरीके से राजेन्द्र की हत्या को अंजाम दिया। पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी अनुसार राजेन्द्र द्वारा लगातार उधारी के रूपये वापस करने को लेकर किये जा रहे तकाजे से परेशान आरोपी ने रात में राजेन्द्र को बुलाकर साथ में शराब पी, जिसके बाद उसका रस्सी से गला घोंटने का प्रयास किया और जब वह कामयाब नहीं हो सका तो उसने उसके हाथ-पांव बांधकर, शराब के नशे में गला दबाकर हत्या कर दी।
अंतिम बार मृतक के साथ दिखाई देने से आरोपी पर गहराया संदेह
24 नवंबर की रात राजेन्द्र उर्फ मुन्ना पिता दौनीलाल दमाहे, शाम 7 बजे घर से निकला था। जिसके बाद उसका कुछ पता नहीं चल सका था। जिसके दूसरे दिन 25 नवंबर को गांव के ही एक खेत में उसका शव पड़ा था। जिसकी जानकारी के बाद पुलिस के साथ ही एफएसएल और डॉग स्कॉड की टीम ने घटनास्थल का बारिकी से निरीक्षण किया था। इस मामले में शुरूआत से ही युवक के गला दबाकर उसकी हत्या किये जाने और साक्ष्य छिपाने की मंशा से शव को घसीटकर ले जाने की पुष्टि होने पर पुलिस ने अज्ञात आरोपी के खिलाफ धारा 302, 201 भादंवि के तहत अपराध कायम कर विवेचना में लिया था।
वरिष्ठ अधिकारियों के मार्गदर्शन में मामले की विवेचना कर रही कोतवाली पुलिस को जानकारी मिली कि मृतक राजेन्द्र की मौत से पहले अंतिम बार गांव का ही प्रेमचंद नगपुरे साथ था। जिसके बाद पुलिस ने प्रेमचंद को संदेह के आधार पर उसे सख्ती से पूछताछ की तो आरोपी ने अपना अपराध स्वीकार कर लिया। जिसने पुलिस को बताया कि राजेन्द्र उसे उधारी के 13200 रूपये लौटाने के लिए 23 एवं 24 नवंबर को बार-बार फोन कर रहा था। जिससे परेशान होकर योजनाबद्व तरीके से राजेन्द्र की गला दबाकर हत्या कर दी और उसके मोबाईल को फेंक दिया। जिसकी स्वीकारोक्ति पर कोतवाली पुलिस ने विधिवत दर्ज अपराध में आरोपी को गिरफ्तार कर माननीय न्यायालय में पेश किया।
वरिष्ठ अधिकारियों के मार्गदर्शन एवं नगर पुलिस अधीक्षक कर्णिक श्रीवास्तव के निर्देशन में घटना के 48 घंटे में हत्या के आरोपी को गिरफ्तार करने में थाना प्रभारी मंशाराम रोमड़े और पुलिस टीम का सराहनीय सहयोग रहा।