हादसे में मौत के बाद अपनी आँखों से किसी और को जिंदगी दे गए ” रितेश “

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बड़वानी, हेमन्त नागझिरिया।  मृत्यु के बाद भी किसी और की आंखों में जिंदा रहेंगे रितेश उर्फ अजय, बता दें कि 19 फरवरी रितेश उर्फ अजय पिता अंबाराम निवासी टितगरिया दवाना तहसील ठीकरी दूल्हा बने लाबरिया जिला धार के लिए निकले जहां पर उनकी शादी ज्योति पिता राजेंद्र के साथ होनी थी, मगर रास्ते में ही रितेश की कार दुर्घटनाग्रस्त हो गई वहीं घायल अवस्था में उन्हें इंदौर ले जाया जा रहा था अस्पताल पहुंचने से पहले ही रितेश ने दम तोड़ दिया उनके माता-पिता और परिवार वालों ने उनकी इच्छा अनुसार एमके इंटरनेशनल आई बैंक को उनके नेत्रदान किए, रितेश के परिवार ने नेत्रदान करके अंधत्व पर विजय के अभियान में सहयोग देकर अन्य लोगों के लिए प्रेरणादायक कार्य किया है एमके इंटरनेशनल आई बैंक इंदौर ने कुमावत परिवार का आभार व्यक्त किया, वहीं  अब रितेश उर्फ अजय की आंखें किसी और का अंधापन दूर करेगी और उसकी आंखों में जिंदा रहेंगे रितेश उर्फ अजय।

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गौरतलब है कि बड़वानी जिले के टिटगारिया दवाना गांव के रहने वाले रितेश की शादी धार के लाबरिया गांव की ज्योति से होनी थी। रितेश बारात लेकर लाबरिया जा रहा था, लेकिन विवाह स्थल से 28 किलोमीटर पहले इंदौर-अहमदाबाद फोरलेन पर फुलगांवड़ी गांव के पास ये हादसा हो गया। कार डिवाइडर से टकराते ही करीब 15 फीट उछलकर खेत में जा गिरी। कार में दूल्हे समेत 5 लोग सवार थे। हादसे में सभी लोग घायल हुए हैं। इनमें से दूल्हा और उसका चचेरा भाई गंभीर रूप से घायल है। परिवार वालों ने घायलों को लोगों की मदद से खेत से बाहर निकाला और इलाज के लिए इंदौर रवाना हुए, लेकिन अस्पताल पहुँच पाते उससे पहले ही रास्ते में ही दूल्हे ने दम तोड़ दिया।

 


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Harpreet Kaur

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