रिश्वत ने ली माँ के गर्भ से दुनिया में कदम रखते ही बच्चे की जान

भिंड, डेस्क रिपोर्ट। भिंड में रोंगटे खड़ा कर देने वाला एक मामला सामने आया है, दरअसल यहां जिला अस्पताल में रिश्वत नहीं देने पर एक गर्भवती को अस्पताल से बाहर निकाल दिया। जिसके बाद अस्पताल के बाहर सड़क पर ही गर्भवती की प्रीमैच्योर डिलीवरी हो गई। जहां नवजात की जन्म लेते ही मौत हो गई। इस मामले में परिजनों का आरोप है कि अस्पताल स्टाफ ने 5 हजार रुपए की रिश्वत मांगी थी। परिजन बेहद गरीब है और उन्होंने पैसे ना होने की दुहाई स्टाफ को दी, मगर स्टाफ का दिल नहीं पसीजा और उन्होंने इलाज से इंकार कर दिया और अस्पताल से बाहर निकाल दिया, हालांकि अब स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी इस मामले में जांच की बात कर रहे है।

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बताया जा रहा है कि यह मामला सोमवार रात करीब 11:30 से 12 बजे के आसपास का है। यहां बरासो थाना क्षेत्र के ग्राम रजूपुरा की रहने वाली कल्लो पत्नी रामलखन मिर्धा अपनी सास मिथला और पति के साथ रात्रि करीब 10:30 बजे जिला अस्पताल पहुंची। महिला के 6 माह का गर्भ था। उसे दर्द हो रहा था। अस्पताल के स्टाफ ने प्रसूता को गंभीरता से नहीं लिया। परिजनों का आरोप है कि ड्यूटी पर तैनात स्टाफ ने 5 हजार मांगे थे। पैसा नहीं देने पर लेटलतीफी की और बाहर से अल्ट्रासाउंड करने की बात कहकर बाहर निकाल दिया। अस्पताल से बाहर निकलते ही प्रसूता अचानक चक्कर खाकर गिर गई और उसकी डिलेवरी हो गई, लेकिन अफ़्सोस की 6 माह के नवजात ने पैदा होते ही दम तोड़ दिया, बच्चे की दादी उसे गोदी में लेकर बहुत देर तक सिसकती रही और इस उम्मीद में उसे दुलारती रही की शायद उसकी साँसे लौट आए, लेकिन प्री मेच्योर नवजात रिश्वत न देने के चलते सिस्टम की भेंट चढ़ गया। अब जांच की बात की जा रही है।


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Harpreet Kaur