भिण्ड ,गणेश भारद्वाज| भिण्ड (Bhind) जिले के जिला मुख्यालय पर बीचों बीच बाजार स्तिथ जिला शिक्षा अधिकारी कार्यकाल में साफ सफाई के दौरान आग (Fire In DEO Office) लग गई। यह आग सफाई के बाद भृत्यों के द्वारा कचरे में आग लगाने से भड़क गई। इस स्थल के बिल्कुल ही समीप डीईओ कार्यकाल का रिकार्ड रूम था लेकिन गनीमत रही कि रिकार्ड रूम में रखा एक कागज भी नहीं जल पाया, तब तक स्थानीय लोगों की मदद से जल्दी सुलगती आग पर काबू पा लिया गया।
जिले के इस अतिमहत्वपूर्ण कार्यकाल में आग लगने की खःबर मिलते ही डीईओ हरिभुवन सिंह तोमर व कलेक्टर डॉ वीरेन्द्र सिंह रावत प डीईओ ऑफिस पहुंच गए और पूरी स्तिथि का जायजा लिया| साथ ही इस बात के लिए संतुष्टि जताई कि कोई भी उपयोगी कागज आग के हवाले नहीं हो सका। कलेक्टर ने जिला शिक्षा अधिकारी को चेतावनी देते हुए कहा कि विधानसभा प्रश्नों के दौरान मुझे यह सुनने को नहीं मिलना चाहिए कि साहब आग लगने के दौरान फलां कागज जल गया था। खबर लिखे जाने तक आग पर पूरी तरह से काबू पा लिया गया था।
शहर के बीचों बीच बाजार है डीईओ ऑफिस
जिले का जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय शहर के बीचो बीच बीच स्थित है। काफी दड़बा नुमा कार्यालय होने के बावजूद भी इसे यहां से शिफ्ट नहीं किया जा सका है जबकि मुख्यालय पर ही डाइट परिसर में एक भवन जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय के लिए दिया जाना तय हुआ था लेकिन अधिकारी कर्मचारियों की कार्यशैली के चलते इसे अब तक शिफ्ट नहीं किया जा सका है अब इस कार्यालय को यहां से शिफ्ट किए जाने की अति महत्वपूर्ण आवश्यकता है।
लोगों ने कर रखा है चारों ओर से अवैध कब्जा
जिला शिक्षा कार्यालय की बेशकीमती जमीन पर लोगों ने चारों तरफ से कब्जा कर रखा है आसपास व्यापार करने वाले कई व्यापारी तो अपना भारी-भरकम सामान भी इस कार्यालय परिसर में लंबे समय से रखते चले आ रहे हैं। इस जगह को जिला प्रशासन चाहे तो एक बेहतरीन शॉपिंग कंपलेक्स के रूप में विकसित कर सकता है जिससे शिक्षा विभाग को एक निश्चित आर्थिक लाभ भी नियमित समय समय पर प्राप्त होता रहेगा।
कार्यालय में रहता है साफ-सफाई का अभाव
जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय में लंबे समय से देखने में आ रहा है कि यहां पर तमाम भृत्य अटैच होने के बावजूद भी साफ-सफाई का अभाव बना रहता है। यही नहीं यह कार्यालय असामाजिक तत्वों का अड्डा भी बना हुआ है पिछले दिनों साफ सफाई के दौरान कार्यालय की दूसरी मंजिल पर तमाम शराब के पव्वे मिले थे यह तो शराब के पव्वे कार्यालय के ही कर्मचारियों द्वारा पीकर फेंके गए या फिर आसपास के असामाजिक तत्वों के द्वारा।