पुलिस वर्दी में आए बदमाशों ने की दिनदहाड़े लूट, किशोरी की गला घोंटाकर हुई मौत

भिंड,सचिन शर्मा। एक ओर जहां देश आजाद की 75वीं वर्षगांठ मना रहा है, वहीं दूसरी और पुलिस की वर्दी में आए लुटेरे लूट की वारदात को अंजाम दे रहे थे, बता दें कि भिंड (bhind) जिले के गोहद में दिल दहला देने वाली लूट की वारदात सामने आई है, पुलिस की वर्दी में आए लुटेरों ने परिवार के सदस्यों को बंधक बनाकर लगभग 25 लाख की नगदी और सोने चांदी समेट लगभग दो करोड़ लूट की घटना को अंजाम देकर फरार हो गए। बता दें कि विरोध करने पर लुटेरों ने व्यापारी को बांधकर पीटा। साथ ही 25 वर्षीय युवती रिंकी को बंधक बनाकर उसके मुंह में कपड़ा ठूंस दिया जिससे उसकी सांस रुकने पर मौके पर ही मौत हो गई।

दरअसल, गोहद के सदर बाजार में रहने वाले बर्तन व्यापारी राम कुमार लोहिया बीती शाम घर में वह और उनकी बेटी रिंकी मौजूद थे, और बेटा बाजार निकल गया था, शाम के 4.30 बजे थे। 3 लोगों ने दरवाजा खटखटाया। इनमें दो पुलिस की वर्दी पहने हुए थे। इनमें से एक बदमाश ने मुझसे कहा कि आपके बेटे लकी ने चोरी की पिस्टल खरीदी है। इसके कारतूस आपके घर में रखे हैं। हमें जांच करनी है। पुलिस की वर्दी देख मैंने घर का दरवाजा खोल दिया। तीनों ने घर की तलाशी ली। तलाशी करते-करते वे ऊपरी मंजिल के कमरे में बनी तिजोरी तक पहुंच गए। उन्होंने तिजोरी खोली तो मेरी बेटी रिंकी ने इसका विरोध किया। उसने चिल्लाकर बताया कि बाबूजी ये पुलिस नहीं चोर-उचक्के या बदमाश हैं। बदमाशों ने मेरी बेटी से मारपीट की। मेरी बेटी ने खूब संघर्ष किया। बदमाशों ने बेटी के मुंह में कपड़ा ठूंस दिया। जब मैं ऊपर पहुंचा तो मुझसे भी मारपीट की। मुझे कुर्सी से बांध दिया। लूट के बाद लाइट बंद कर चले गए। इसके बाद मैं बेहोश हो गया।


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Amit Sengar

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मुझे अपने आप पर गर्व है कि में एक पत्रकार हूँ। क्योंकि पत्रकार होना अपने आप में कलाकार, चिंतक, लेखक या जन-हित में काम करने वाले वकील जैसा होता है। पत्रकार कोई कारोबारी, व्यापारी या राजनेता नहीं होता है वह व्यापक जनता की भलाई के सरोकारों से संचालित होता है। वहीं हेनरी ल्यूस ने कहा है कि “मैं जर्नलिस्ट बना ताकि दुनिया के दिल के अधिक करीब रहूं।”