NCC कैडेट से किराया मांगना बस कंडक्टर को पड़ा महंगा, जानें कैसे

Amit Sengar
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भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। बसों में ड्राइवर-कंडक्टर पर हमले की यह पहली घटना नहीं है इससे पहले भी कई मामले सामने आ चुके हैं अब ऐसा ही मामला मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल (bhopal) से आ रहा है जहाँ सिटी बस के अंदर कंडक्टर द्वारा NCC कैडेट से किराया मांगने पर उसकी बुरी तरह से पिटाई कर दी। यह पूरी घटना बस में लगे CCTV में कैद हो गई। वहीं बस कंडक्टर को काफी चोट आई है।

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बता दें कि घटना मंगलवार की बताई जा रही है, जिसका VIDEO बुधवार को सामने आया। इस घटना को लेकर नगर निगम के अफसरों ने भी कड़ा रुख दिखाया, वे पीड़ित कंडक्टर प्रदीप मालवीय के साथ शिकायत करने जहांगीराबाद थाने पहुंचे और केस दर्ज करवाया।

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बस कंडक्टर प्रदीप मालवीय ने बताया, कि मेरी बस अवधपुरी से चिरायु हॉस्पिटल के बीच चलती है। NCC कैडेट बोर्ड ऑफिस चौराहे से सवार हुआ और कंट्रोल रूम जा रहा था। मैंने उससे किराया मांगा तो वो आनाकानी करने लगा। पहले आगे बैठा था, किराया मांगने पर पीछे जाकर बैठ गया। जेल रोड से गुजरते समय फिर किराया मांगा तो उसने 10 रुपए दिए, जबकि किराया 15 रुपए है। बाकी के 5 रुपए मांगे तो कुछ नहीं बोला, बाद में 5 रुपए भी दे दिए। जब बस कंट्रोल रूम के पास पहुंची तो उसने अचानक हमला कर दिया। उसने मुझे लात-घूंसों से मारा, जिससे मेरे हाथ और सिर में चोट आई है। घटना के बाद जहांगीराबाद थाने में केस दर्ज करवाया है।

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गौरतलब है कि 19 जुलाई को गांधीनगर से मंडीदीप जा रही बस पर बोगदा पुल के पास पत्थर मारने का मामला भी सामने आया था। इस मामले में भी केस दर्ज कराया गया था। वहीं इंदौर में सिटी बस के ड्राइवर और कंडक्टर को चाकू दिखाकर धमकाते हुए दो बदमाशों का वीडियो सामने आया था। इसके बाद पुलिस ने बदमाशों से उसी बस में पोछा लगवाकर उनकी गुंडागर्दी उतारी थी।


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मुझे अपने आप पर गर्व है कि में एक पत्रकार हूँ। क्योंकि पत्रकार होना अपने आप में कलाकार, चिंतक, लेखक या जन-हित में काम करने वाले वकील जैसा होता है। पत्रकार कोई कारोबारी, व्यापारी या राजनेता नहीं होता है वह व्यापक जनता की भलाई के सरोकारों से संचालित होता है।वहीं हेनरी ल्यूस ने कहा है कि “मैं जर्नलिस्ट बना ताकि दुनिया के दिल के अधिक करीब रहूं।”

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