Bhopal News : स्कूल में छात्राओं को अचानक उठने लगी खांसी और आंखों में जलन, 25 बच्चे अस्पताल में भर्ती

Bhopal News : मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से सटे गांधी नगर क्षेत्र के एक प्राईवेट स्कूल में बच्चे जब पढऩे स्कूल गए थे तो अचानक कई बच्चों ने खांसी उठने और सांस लेने में दिक्कत होने की शिकायत की। आनन फानन में सभी बच्चों को वहां के सरकारी और बैरागढ़ के निजी अस्पतालों में पहुंचाया गया और यहां पर उनका इलाज करवाया गया। खासी कैसे उठी यह मालूम नहीं चल सका है। हालांकि स्कूल प्रबंधन ने साफ किया कक्षा के पास खाली प्लाट में कचरा जलने से यह स्थिति पैदा हुई है और सभी बच्चे पूरी तरह स्वस्थ हैं।

चिल्ड्रस होप इंडिया गर्ल्स स्कूल, टैगोर वार्ड गांधीनगर में सोमवार सुबह करीब 10 बजे एक कक्षा में पढ़ रही करीब 25 छात्राओं को अचानक खांसी उठने लगी और सांस लेने में परेशानी हुई। विद्यालय प्रबंधन ने छात्राओं को गांधीनगर अस्पताल एवं डीकेएस हॉस्पिटल संतनगर पहुंचाया, जिन्हे पहले सीधे आईसीयू में भर्ती किया गया। शुरूआत में कहा गया गैस लीक होने से ऐसा हुआ है। सूचना पर परेंट्स स्कूल पहुंच गए थे। वह बच्चों को कहा ले जाया गया है जानना चाह रहे थे, लेकिन जानकारी स्कूल में अंदर न जाने देने और अस्पताल का पता नहीं बताए जाने पर परेंट्स में नाराजगी देखी गई।

स्कूल प्रबंधन की सफाई

स्कूल प्रबंधन की ओर से प्राचार्य प्रिया जैन शर्मा ने बयान जारी कर स्पष्ट किया कि स्कूल में गैस सिलेंडर फटने जैसी कोई घटना नहीं हुई है, जिस कक्षा की छात्राओं को दिक्कत हुई है, उस कक्षा के पास मैदान है, वहां कचरे में आग लगने से खांसी व अन्य समस्याएं पैदा हुईं। तत्काल छात्राओं को उपचार उपलब्ध कराया गया। सभी छात्राएं पूरी तरह स्वस्थ हैं। घटना के ठीक बाद परेंट्स को सूचना दे दी गई थी। घटना के बाद शिक्षा विभाग व प्रशासन ने जांच की है, वह संतुष्ट हैं। हॉस्पिटल के डॉ. दुर्गेश खेमचंदानी ने बताया, कि छात्राएं सांस लेने में दिक्कत, खासी और घबराहट की शिकायत के साथ आई हैं। उपचार किया गया है, सभी खतरे से बाहर हैं। खेमचंदानी ने साफ तौर पर परेशानी की वजह नही बताई।

Bhopal News : स्कूल में छात्राओं को अचानक उठने लगी खांसी और आंखों में जलन, 25 बच्चे अस्पताल में भर्ती

प्रबंधन से नाराजगी जताई

अस्पताल पहुंचे परेंट्स राजेन्द्र मीणा ने कहा, स्कूल में अंदर ही नहीं घुसने दिया। प्रबंधन के लोग यह बताने को तैयार नहीं थे कि हमारी बच्ची को किस अस्पताल में ले जाया गया। अस्पताल में भी बच्ची से नहीं मिलने दिया जा रहा है। घटना कहीं, न कहीं लापरवाही से जुड़ी हैं। कुछ तो ऐसा हुआ है, जिससे छात्राएं बेहोश हुईं।

भोपाल से रवि कुमार की रिपोर्ट


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Amit Sengar

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मुझे अपने आप पर गर्व है कि में एक पत्रकार हूँ। क्योंकि पत्रकार होना अपने आप में कलाकार, चिंतक, लेखक या जन-हित में काम करने वाले वकील जैसा होता है। पत्रकार कोई कारोबारी, व्यापारी या राजनेता नहीं होता है वह व्यापक जनता की भलाई के सरोकारों से संचालित होता है। वहीं हेनरी ल्यूस ने कहा है कि “मैं जर्नलिस्ट बना ताकि दुनिया के दिल के अधिक करीब रहूं।”

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