Bhopal News : महिला बाल विकास विभाग के संयुक्त मोर्चा ने अपनी मांगों के लिए मानव श्रृंखला बनाकर जताया विरोध

Amit Sengar
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Bhopal News : महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारी और आंगनवाड़ी कार्यकर्ता अपनी विभिन्न मांगों को लेकर दस दिनों से अनिश्चितकालीन अवकाश लेकर अपनी मांगों के लिए लगातार विभिन्न तरीकों से विरोध प्रदर्शन कर रहे है। इसमें परियोजना अधिकारी संघ, पर्यवेक्षक संघ, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिका संघ शामिल है।

संयुक्त मोर्चा संघ के प्रदेश अध्यक्ष इंद्रभूषण तिवारी द्वारा बताया गया कि संयुक्त मोर्चा संघ द्वारा 30 वर्षों से परियोजना अधिकारी एवम पर्यवेक्षक की बेतन विसंगति,प्रमोशन,संविदा पर्यवेक्षक का नियमिटकरण, महिला सशक्तिकरन अधिकारियों को पदनाम परिवर्तन, आहरण संवितरण अधिकारी पुनः देने, आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को नियमित करने एवं न्यूनतम वेतनमान देने, उन्हें सेवानिवृत्त होने पर अथवा मृत्यु पर एकमुश्त सहायता सहायता राशि देने, उनके परिवार को अनुकंपा नियुक्ति देने, तथा पर्यवेक्षक पद की नियुक्ति में उनका प्रतिशत बढ़ाने एवं मिनी केंद्रों को पूर्ण केंद्र में कन्वर्ट करने मांगों का ज्ञापन विगत वर्षों में शासन को सौंपा गया है। लेकिन शासन द्वारा आज दिनांक तक कोई सकारात्मक पहल नहीं की गई है, जिससे महिलाबाल विकास के इस मैदानी अमले में बेहद निराशा एवं आक्रोश है। इसी कड़ी में पूरे प्रदेश में आज 25 मार्च को मानव श्रृंखला बनाकर मुख्यमंत्री का ध्यान आकर्षित करने का प्रयास किया जा रहा है, एवं प्रदेश के सभी जिलों में 27 मार्च को विशाल रैली का आयोजन करके कलेक्टर महोदय को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन भी सौंपा जाएगा।

शासन की योजनाओं पर पड़ रहा है बुरा असर

प्रदेश के इतिहास में पहली बार 77 हजार से अधिक आंगनबाड़ी केंद्र एक साथ बंद महिला महिला बाल विकास विभाग संयुक्त मोर्चा संघ द्वारा दिनांक 15 मार्च 2023 से सामूहिक अवकाश पर जाने के कारण इसका असर शासन की योजनाओं पर बुरी तरह पड़ रहा है आज 25 मार्च को 97132 केंद्रों में से लगभग 77000 केंद्र पूरी तरह बंद है उनका कामकाज 15 मार्च 2023 से पूरी तरह लगभग 5000000 बच्चे पोषण आहार से वंचित हैं एवं डेढ़ लाख गर्भवती महिलाएं भूषण हर्षित आंगनबाड़ी केंद्र दी जाने वाली शिक्षा ठीक है लाड़ली लक्ष्मी योजना एवं प्रधानमंत्री मातृ योजना के आवेदन नहीं भरे जा रहे हैं नवीनतम लाडली बहना योजना के केवाईसी का फॉर्म भी अधूरे हैं वहीं सर्वर ठप होने का बहाना करके लाडली बहना के ऑनलाइन आवेदन की जगह ऑफलाइन आवेदन लेने की नोबत आ गई।

महिला बाल विकास के मैदानी अमले के अवकाश पर जाने के कारण प्रशासन की सांस फूल गई है। आज 25 मार्च से लाडली बहना योजना के फॉर्म ऑनलाइन फीड किए जाने थे लेकिन आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के सहयोग के बिना आयोजित कैंप सुने पड़े रहे। सरवर ठप होने का बहाना करके प्रशासन ने ऑफलाइन फॉर्म जमा करवाये, केम्प ड्यूटी में लगे अन्य विभाग के अधिकारियों को भी कुछ नहीं सूझ रहा था जिससे आज प्रथम दिवस योजना का काम बुरी तरह प्रभावित हुआ। कैंप की ड्यूटी में लगे हुए अन्य विभाग के अधिकारी कर्मचारी भी बुरी तरह बेचैन रहे।


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मुझे अपने आप पर गर्व है कि में एक पत्रकार हूँ। क्योंकि पत्रकार होना अपने आप में कलाकार, चिंतक, लेखक या जन-हित में काम करने वाले वकील जैसा होता है। पत्रकार कोई कारोबारी, व्यापारी या राजनेता नहीं होता है वह व्यापक जनता की भलाई के सरोकारों से संचालित होता है।वहीं हेनरी ल्यूस ने कहा है कि “मैं जर्नलिस्ट बना ताकि दुनिया के दिल के अधिक करीब रहूं।”

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