भोपाल। प्रदेश में 15 साल बाद सत्ता से बाहर हुई भारतीय जनता पार्टी को लोकसभा चुनाव के लिए जिताऊ प्रत्याशी नहीं मिल रहे हैं। यही स्थिति 3 महीने पहले सत्ता में लौटी कांग्रेस की है। कांग्रेस अभी तक सिर्फ 9 प्रत्याशियों का ही ऐलान कर पाई है, जबकि 20 सीटों पर दिल्ली में कई दिनों से बैठकों का दौर जारी है। जबकि भाजपा 18 सीटों पर नाम तय कर चुकी है। 11 सीटों पर प्रत्याशियों के नामों को लेकर मंथन का दौर जारी है।
कांग्रेस अभी तक अपने कब्जे वाली सीट छिंदवाड़ा, गुना से भी प्रत्याशियों का ऐलान नहीं कर पाई है। भाजपा की तरह कांग्रेस को भी हार का खतरा है। यही वजह है कि दोनों दलों में हर सीट पर दावेदारों के नाम पर गहन मंथन चल रहा है। भारतीय जनता पार्टी ने भी अपने कब्जे वाली भोपाल, इंदौर, विदिशा, सागर, देवास खजुराहो से भी प्रत्याशियों का ऐलान नहीं किया है। यहां बता दें कि जिन सीटों पर भाजपा ने प्रत्याशियों के नाम का ऐलान किया है, उनमें से 9 सीटों पर खुलकर विरोध हो रहा है। कांग्रेस में भी प्रत्याशियों के खिलालफ विरोध के स्वर उठ रहे हैं।
भाजपा में इन सीटों पर तय होना है प्रत्याशी
भारतीय जनता पार्टी को भोपाल, विदिशा, इंदौर, सागर, देवास, गुना, ग्वालियर, खजुराहो, रतलाम, छिंदवाड़ा,धार लोकसभा सीटों पर प्रत्याशियों के नाम का ऐलान करना है। जबकि मुरैना, भिंड, टीकमगढ़, दमोह, रीवा, सतना, सीधी, जबलपुर, मंडला, होशंगाबाद, उज्जैन, खरगोन, बैतूल, बालाघाट, राजगढ़, मंदसौर, खंडवा, शहडोल सीट से प्रत्याशियों के नाम की घोषणा हो चुकी है।
कांग्रेस के सिर्फ 9 नाम सामने आए
प्रदेश में सत्तारूढ़ कांग्रेस अभी तक सिर्फ 9 सीटों पर प्रत्याशियों के नामों का ऐलान कर चुकी है। जिनमें टीकमगढ़, खजुराहो, शहडोल, बालाघाट, होशंगाबाद, भोपाल, मंदसौर,रतलाम, बैतूल शामिल हैं। जबकि शेष 20 सीटों पर प्रत्याशियों के नाम का ऐलान होना है।