15 साल तक के बच्चों के मोबाइल उपयोग पर लगा प्रतिबंध, समाज ने की घोषणा

बच्चों के हाथ में मोबाइल देखना अब एक आम दृश्य हो गया है। अक्सर हमने देखा है कि आसपास की सारी बातों से बेखबर बच्चे बस मोबाइल में खोए रहते हैं। कई बार तो इसके बिना वो खाना तक नहीं खाते। इसीलिए अब बोहरा समाज ने ये निर्णय लिया है। इस सामाजिक पहल का उद्देश्य बच्चों को मोबाइल की लत से बचाकर उनके शारीरिक और मानसिक विकास को बढ़ावा देना है। मंदसौर के पूर्व विधायक ने इस निर्णय की प्रशंसा करते हुए कहा कि मध्य प्रदेश के कई जिलों में इस निर्णय को प्रभावी रूप से लागू किया जा रहा है।

Shruty Kushwaha
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Bohra Community Bans Mobile Use for Under 15 : बोहरा समाज द्वारा 15 वर्ष से कम आयु के बच्चों पर मोबाइल का उपयोग करने पर प्रतिबंध लगाया गया है। इस सामाजिक पहल की बीजेपी प्रदेश प्रवक्ता यशपाल सिंह सिसोदिया ने सराहना की है। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में कई स्थानों पर बोहरा समाज ने इस निर्णय पर अमल शुरु कर दिया है और ये एक अभिनंदनीय पहल है।

इन दिनों बच्चों और किशोरों में मोबाइल की बढ़ती लत एक बड़ी समस्या बन चुकी है। मोबाइल फोन और डिजिटल तकनीक का बहुत ज्यादा प्रयोग इनके शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य पर गहरा दुष्प्रभाव डाल सकता है। ये प्रभाव उनकी समग्र वृद्धि और विकास पर हो सकता है और इसी बात के मद्देनजर बोहरा समाज ने ये निर्णय लिया है।

बोहरा समाज की अनुकरणनीय पहल

हाल ही में दाऊदी बोहरा समुदाय के 53वें धर्मगुरु सैयदना मुफद्दल सैफुद्दीन ने अपने प्रवचन में कहा था कि पंद्रह साल से कम उम्र के बच्चों को मोबाइल से दूर रखना चाहिए। इसके बाद उनके इस संदेश को प्रसारित किया गया और फिर समाज द्वारा इस उम्र तक के बच्चों को मोबाइल से दूर रखने का निर्णय लिया गया है। इससे पहले मदरसों में भी बच्चों को कई धार्मिक शिक्षा मोबाइल फोन के माध्यम से दी जा रही थी, लेकिन अब इसे भी प्रतिबंधित कर दिया गया है। इसके पीछे ये मंशा है कि बच्चों की शारीरिक गतिविधियां बढ़ें,  वे बाहर निकलकर खेले-कूदें और उनका पूर्ण रूप से विकास हो सके।

बीजेपी नेता ने की निर्णय की प्रशंसा

बोहरा समाज की इस पहल का पूर्व विधायक और बीजेपी नेता यशपाल सिंह सिसोदिया ने स्वागत किया है। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा कि ‘बोहरा समाज की पहल का स्वागत अभिनंदन है। बोहरा समाज के 53वें धर्मगुरु सैयदना मुद्दफल सैफुद्दीन साहब की मंशा के अनुसार 15 वर्ष से कम उम्र के बच्चों को मोबाइल टैबलेट का उपयोग नहीं करने के संदेश के साथ प्रतिबन्ध लगा दिया गया है। मध्य प्रदेश के अलीराजपुर, खरगोन, शाजापुर, खंडवा, झाबुआ, रतलाम, देवास, मंदसौर और बुरहानपुर में निर्देश पर अमल शुरू।’ इन दिनों बच्चों को मोबाइल फोन की लत से पैरेंट्स परेशान हैं। इससे उनका शारीरिक मानसिक विकास तो बाधित होता ही है, कई तरह की अन्य समस्याएं भी देखी जा रही है। बच्चों के हाथ से अब मोबाइल फोन लेना जैसे एक चुनौती हो गई है। इसी कारण बोहरा समाज द्वारा ये सामाजिक पहल की गई है, जिसकी हर ओर सराहना हो रही है।


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Shruty Kushwaha

Shruty Kushwaha

2001 में माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय भोपाल से पत्रकारिता में स्नातकोत्तर (M.J, Masters of Journalism)। 2001 से 2013 तक ईटीवी हैदराबाद, सहारा न्यूज दिल्ली-भोपाल, लाइव इंडिया मुंबई में कार्य अनुभव। साहित्य पठन-पाठन में विशेष रूचि।

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