भोपाल। राजधानी पुलिस द्वारा भिक्षावृत्ति करते हुए पकड़े गए अबोध और नाबालिग बच्चों के मामले में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा अभियोजन की और से खुशहाल नौनिहाल कार्यक्रम के तहत अदालत में पैरवी करने के लिए नियुक्त किए गए अधिवक्ता यावर खान ने बाल संप्रेषण गृह में रह रहे बच्चों का डीएनए टेस्ट कराए जाने को लेकर अदालत में एक आवेदन पेश किया है। मजिस्ट्रेट ने आवेदन पर सुनवाई के बाद आदेश के दिते हुए 16 जुलाई की तारीख नियत की है।
पुलिस द्वारा इस संबंध में दर्ज किए गए केस में लगभग 810 आरोपी गणों को गिरफ्तार किया था । इन सभी पर यह आरोप था कि यह लोग छोटे अभ्यास बच्चों को किडनैप करके ले कर आते हैं और उनसे भिक्षावृत्ति करवाते हैं। इस मामले में बाल समिति तथा विधिक सेवा प्राधिकरण की ओर से अभियोजन तथा नाबालिग बच्चों की ओर से उनके विधिक अधिकारों की रक्षा करने के लिए अधिवक्ता यावर को नियुक्त किया गया है।