भोपाल, डेस्क रिपोर्ट| मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chauhan) ने गुरूवार को सहरिया, बैगा तथा भारिया जनजातियों की महिलाओं को आहार अनुदान योजना के अंतर्गत आहार भत्ते की राशि सिंगल क्लिक से अंतरित की| सीएम ने सिंगल क्लिक से 2 लाख 19 हजार 258 हितग्राहियों के खाते में 21 करोड़ 92 लाख 58 हजार रूपए की राशि डाली। कार्यक्रम में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग (Video Conferencing) के माध्यम से सम्बोधित करते हुए सीएम शिवराज ने कहा है कि जो विकास में सबसे पीछे और सबसे नीचे हैं, उनका कल्याण राज्य सरकार की प्रतिबद्धता है। सरकारी खजाने पर भी पहला हक इन वर्गों का है। जनजातीय समाज मूलत: सीधे-सरल लोगों का समाज है, जो विकास की दौड़ में पीछे रह गए। धरती के हर संसाधन पर जितना हक दूसरों का है, उतना ही पिछड़ी जनजातियों का भी है। इसीलिए आपके हक का पैसा आपके खाते में भेज रहा हूँ।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने हितग्राहियों से वीडियो कॉन्फ्रेंस द्वारा बातचीत भी की। उल्लेखनीय है कि आहार अनुदान योजना में विशेष पिछड़ी बैगा, भारिया और सहरिया जनजाति परिवारों के पोषण स्तर में सुधार के लिए प्रतिमाह 1000 रूपये की राशि परिवार की महिला मुखिया के खाते में सीधे अंतरित की जाती है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने आहार अनुदान योजना के प्रभाव आंकलन पर अटल बिहारी वाजपेयी सुशासन एवं नीति विश्लेषण संस्थान भोपाल द्वारा कराए गए अध्ययन पर केन्द्रित पुस्तक का विमोचन भी किया।
अब प्रतिमाह जारी होगी राशि
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि पिछली सरकार द्वारा अति पिछड़ी जनजातियों को आहार अनुदान राशि का भुगतान नहीं किया गया था। हमने सरकार का गठन होते ही सहरिया, बैगा और भारिया जनजाति की महिलाओं को आहार अनुदान की राशि उनके खाते में जारी करना आरंभ कर दिया है। इस वर्ष अब तक 2 लाख 22 हजार से अधिक महिलाओं के खातों में 226 करोड़ रूपए से अधिक की राशि अंतरित की जा चुकी है। अब प्रतिमाह इन खातों में राशि जारी की जाएगी।
विशेष पिछड़ी जनजाति वर्ग के प्रत्येक व्यक्ति का आयुष्मान कार्ड बनवाया जाये
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार को जनजातीय भाइयों और बहनों की विशेष चिंता है। हमें गरीब के लिए रोटी, कपड़ा और मकान की व्यवस्था करनी है। बच्चों की पढ़ाई-लिखाई हो या दवाई की व्यवस्था, रोजगार के अवसर हो या राशन की व्यवस्था या फिर सबके लिए पक्के मकान बनाने का विषय हो, राज्य शासन हर पहलू पर लगातार कार्य कर रहा है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि जनजातीय वर्ग के विद्यार्थियों को जेईई, नीट और क्लेट जैसी परीक्षाओं के लिए नि:शुल्क कोचिंग और चयन पर आर्थिक सहायता की व्यवस्था की गई है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने निर्देश दिए कि विशेष पिछड़ी जनजाति वर्ग के प्रत्येक व्यक्ति का आयुष्मान कार्ड बनवाना सुनिश्चित किया जाए।
स्व-सहायता समूहों से जुड़ें भारिया, बैगा, सहरिया बहने
सीएम शिवराज ने कहा कि अगले कुछ वर्षों में हर घर में नल से जल की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने भारिया, बैगा और सहरिया बहनों को स्व-सहायता समूहों से जुड़ने के लिए प्रेरित किया। इससे आय में वृद्धि के रास्ते खुलेंगे, जिसका उपयोग बहनें अपने परिवार के बेहतर स्वास्थ्य और शिक्षा में कर सकती हैं। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि जनजातीय परिवारों की आय में वृद्धि सुनिश्चित करने के लिए लघु वनोपजों की समर्थन मूल्य पर खरीदी की गई है। साहूकारों के शोषण से मुक्त कराने के लिए कानून बना दिया गया है। प्रदेश के अधिसूचित क्षेत्रों में साहूकारों द्वारा जनजातीय भाइयों-बहनों को नियमों और प्रक्रियाओं का पालन किए बिना जो ऋण दिए गए हैं उन्हें अब नहीं चुकाना होगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने आहार अनुदान राशि का अपने और अपने परिवार के लिए सदुपयोग करने का आव्हान किया।