भोपाल। देश के सबसे पुराने नागरिक और सच्चे देशभक्त अगर कोई हैं, तो वह मेव समाज और उससे जुड़े लोग। मेव समाज के अगुवाओं ने अपने फायदे और नुकसान को एक तरफ रखकर हमेशा देशहित की बात कही और की है। देश की जरूरत के लिए इस समाज ने कुर्बानियां भी दी हैं और अपने मुल्क की मुहब्बत को साबित भी किया है।
ऑल इंडिया मेव परिषद के अध्यक्ष मोहम्मद सलीम ने यह बात कही। उन्होंने बताया कि मेवाती समाज का महा सम्मेलन 17 मार्च को भोपाल में होगा। इस मौके पर देशभर के सभी समाजों के प्रमुख मौजूद रहेंगे। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के रूप में मुख्यमंत्री कमलनाथ भी कार्यक्रम में शामिल होंगे। उन्होंने बताया कि कार्यक्रम के दौरान मेवाती समाज की प्रतिभाओं को सम्मानित भी किया जाएगा। इनमें आईएएस, आईपीएस, न्यायाधीश, खिलाड़ी, कलाकार, लेखक, फिल्मी अदाकार, वैज्ञानिक आदि शामिल होंगे। इसके अलावा विभिन्न कक्षाओं में उच्चांक हासिल कर समाज का नाम रौशन करने वाले विद्यार्थियों को भी पुरस्कृत किया जाएगा। सलीम ने बताया कि कार्यक्रम में दिल्ली, राजस्थान, हरियाणा, पंजाब, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, उत्तरप्रदेश, बिहार, झारखंड, महाराष्ट्र, बंगाल, उड़ीसा, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडू, केरल, कर्नाटक, सहित देशभर के मेव समाज के चौधरी और प्रतिनिधि शामिल होंगे।
शाम को सजेगी महफिल-ए-सुखन
मोहम्मद सलीम ने बताया कि महा सम्मेलन की शाम को एक ऑल इंडिया मुशायरा और कवि सम्मेलन आयोजित किया जाएगा। जिसमें देश-दुनिया के कई नामवर शायर और कवि अपना कलाम पेश करेंगे।
गांधी के हत्यारे पूछ रहे हैं हमसे प्रमाण
एनआरसी और सीएए को लेकर मोहम्मद सलीम ने कहा कि वह शख्स जिसे हमने घर की चौकीदारी के लिए पाबंद किया था, अब वही हमसे अपने घर का होने का सबूत मांगता नजर आ रहा है। उन्होंने कहा कि जिन्होंने देश के लिए कोई कुर्बानी नहीं दी, वही देश के लिए सबकुछ न्यौछावर कर देने वालों को देश के बाहर का और घुसपैठिया करार दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि मुसलमानों की 3 हजार साल की विरासत है, जिसे साबित करने की जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा कि गांधी के हत्यारों को इस बात का हक नहीं है कि किसी से उसकी राष्ट्रीयता और देशभक्ति का प्रमाण मांगें। इससे पहले उन्हें खुद यह साबित करना होगा कि वे देश के लिए मुफीद और मुनासिब हैं या नहीं।