भोपाल। मध्य प्रदेश के धार जिले के धरमपुरी विधायक पांचीलाल मेंढा का दबाव आखिर कार काम कर गया। वह शुक्रवार प्रशासन की मनमानी के चलते राजधानी भोपाल में अपना इस्तीफा सौंपने आए थे। जिसके बाद कांग्रेस में हड़कंप मच गया था। कैबिनेट मंत्री सज्जन सिंह और कैबिनेट मंत्री प्रद्मुम्न सिंह तोमर द्वारा उनकी मुलाकात मुख्यमंत्री कमलनाथ से करवाई गई। मेडा का आरोप था कि शासन और प्रशासन शराब माफिया के खिलाफ कार्रवाई नहीं कर रहा। सीएम ने उनकी बात सुनी और तुरंत सहायक जिला आबकारी अधिकारी राधेश्याम राय को हटाया दिया। इसके आदेश भी जारी हो गए है।
दरअसल, यहां लंबे समय से शराब माफियाओं को लेकर विधायक माफियाओं पर कार्रवाई की मांग कर रहे थे। लेकिन जिला प्रशासन उनकी शिकायत पर अमल करने के बजाए उनकी बात अनसुनी कर रहा था। इससे पहले भी उन्होंने कई बार इस संबंध में शिकायत की लेकिन कोई खास कार्रवाई नहीं की गई। पांचीलाल मेंढा ने शुक्रवार को प्रशासन के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए राजधानी में अपना इस्तीफा सौंपने पहुंच गए। जिसके बाद मुख्यमंत्री कमलनाथ से उनकी मुलाकात हुई। उन्होंंने अपनी शिकायत सीएम के सामने रखी। जिसके बाद मुख्यमंत्री के आदेश पर सहायक जिला आबकारी अधिकारी राधेश्याम राय को हटाया दिया गया। उन्हें शाजापुर भेज दिया गया है।