सीएम शिवराज ने दी मप्र स्थापना दिवस की बधाई, बोले- “अंधेरे, गड्ढे, भ्रष्टाचार, घोटालों का प्रदेश बनाने वालों से इसे बचाना है”

Atul Saxena
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MP Foundation Day 1 November

MP Foundation Day 1 November  : आज मध्य प्रदेश का स्थापना दिवस है, मप्र का गठन 1 नवंबर 1956 को हुआ था, इस अवसर पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेशवासियों को स्थापना दिवस की बधाई दी है, उन्होंने इस अवसर पर कहा कि हम अभी विकसित और समृद्ध राज्यों की अगली पंक्ति में खड़े है हमें और आगे जाना है, चुनावी मौके को समझते हुए शिवराज ने बातों ही बातों में बिना नाम लिए कांग्रेस पर भी तंज कसा और जनता को सावधान भी किया।

सीएम शिवराज ने दी मप्र स्थापना दिवस की बधाई 

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि एक समय ऐसा था जब मध्य प्रदेश को बीमारू राज्य कहा जाता था पिछड़ा राज्य कहा जाता था लेकिन आज हम समृद्ध और विकसित राज्यों की अगली पंक्ति में हम खड़े हैं, मप्र को अभी और आगे ले जाना है मैं इसके लिए शुभकामनायें देता हूँ।

बिना नाम लिए शिवराज ने कांग्रेस के लिए कही ये बात 

मप्र में इस समय चुनाव है इस मौके की नजाकत को समझते हुए सीएम शिवराज ने बिना नाम लिए कांग्रेस पर तंज कसा और जनता को सावधान किया, उन्होंने कहा – मेरा निवेदन है कि मप्र को ऐसे हाथों में ना सौंपें जो मप्र की तबाही और बर्बादी के जिम्मेदार थे जिन्होंने मप्र को अंधेरों, गड्ढो का प्रदेश बना दिया था भ्रष्टाचार और घोटालों का प्रदेश बना दिया था उनसे मप्र को बचाना है, मुख्यमंत्री ने अपनी सरकार की योजनाओं की तारीफ करते हुए भाजपा के पक्ष में मतदान कर भाजप अकी सरकार बनाने की अपील की।

कमलनाथ ने भी प्रदेशवासियों को दी बधाई 

उधर पूर्व मुख्यमंत्री एवं प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमल नाथ ने भी ट्वीट कर प्रदेशवासियों को मप्र के स्थापना दिवस की बधाई दी है , उन्होंने लिखा – सभी मध्य प्रदेशवासियों को मध्य प्रदेश स्थापना दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं। आइए हम सब मिलकर अपने मध्य प्रदेश को संसार का सबसे स्वस्थ, सुरक्षित, सुखी, समृद्ध और सुसंस्कृत राज्य बनाने का संकल्प लें।

https://twitter.com/ChouhanShivraj/status/1719611762352521225


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पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ....पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....

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