देश को बांटने वालों को फिर से जोड़ रही है कांग्रेस : डॉ. केसवानी

Amit Sengar
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भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। कांग्रेस (Congress) की “भारत जोड़ो यात्रा” देश को बांटने वालों को फिर से ताकत देने का काम कर रही है। राहुल गांधी चाहे कितना ही ढोंग क्यों न कर लें, उनकी असलियत लोगों के सामने आ चुकी है। भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता डॉ. दुर्गेश केसवानी ने पूरी यात्रा को ढोंग बताते हुए पूरे मामले पर अपनी राय रखी। उन्होंने कहा कि राहुल देश को जोड़ने के लिए नहीं, बल्कि देश को तोड़ने में ज्यादा रुचि दिखा रहे हैं। इस दौरान उन्होंने तमिल पादरी जॉर्ज पोन्नैया के विवादित बयान को भी आड़े हाथों लिया है। उन्होंने कहा कि जिन लोगों की न ईश्वर में आस्था है और न मातृभूमि से प्रेम है, वो कैसे भारत को जोड़ने की बात करेंगे।

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होना चाहिए कड़ी कार्रवाई
डॉ. केसवानी ने कहा कि आधुनिक विज्ञान इस बात को स्वीकार कर चुका है कि इस पूरे ब्रह्मांड में मानव सभ्यता के अलावा भी अन्य सभ्यताएं हो सकती हैं। हमारी पृथ्वी जिस सौर मंडल में है। वैसे अनगिनत सौर मंडल और आकाशगंगा ब्रह्माण्ड में मौजूद हैं। इन सबकी रचना मनुष्य ने तो नहीं की है। इसलिए ईश्वर कैसे कहा जा सकता है ईश्वर मानव जैसे ही दिखते होंगे। वैसे भी सनातन जिस का सम्मान करता है, उसे ईश्वर तुल्य देखता है। चाहे वो पशु-पक्षी हों। पेड़, मेघ, नदी, पर्वत या अतिथि हों।

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सभी हमारे धर्म में देव तुल्य माने गए हैं। इसलिए ईश्वर की संरचना के बारे में सोचना उनके अनंत स्वरूप की आलोचना करना ही है। पोन्नैया ये बात पड़ोसी मुल्क में कहने की हिम्मत भी नहीं कर पाते। क्योंकि वहां ईशनिंदा का अंजाम क्या होता है। वे असल में जानते हैं। इसके अलावा यदि उन्हें भारत माता की धरती पर चलने से चर्मरोग होने का डर है, तो उन्हें ऐसे किसी देश में चले जाना चाहिए। जहां उन्हें इन्फेक्शन या चर्म रोग न हों।


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मुझे अपने आप पर गर्व है कि में एक पत्रकार हूँ। क्योंकि पत्रकार होना अपने आप में कलाकार, चिंतक, लेखक या जन-हित में काम करने वाले वकील जैसा होता है। पत्रकार कोई कारोबारी, व्यापारी या राजनेता नहीं होता है वह व्यापक जनता की भलाई के सरोकारों से संचालित होता है।वहीं हेनरी ल्यूस ने कहा है कि “मैं जर्नलिस्ट बना ताकि दुनिया के दिल के अधिक करीब रहूं।”

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