विभागों के बंटवारे से पहले शिवराज कैबिनेट मे शामिल सिंधिया समर्थकों के मंत्रियों (Scindia supporters ministers) को लेकर किए गए बीजेपी के दिग्गज नेता और पूर्व मंत्री जयभान सिंह पवैया के ट्वीट के बाद जमकर सियासत गर्मा गई है।एक तरफ जहां यूजर्स पवैया का खुलकर समर्थन कर रहे है वही दूसरी तरफ विपक्ष भी पवैया के समर्थन में कूद पड़ी है। कांग्रेस के कद्दावर नेता और ग्वालियर के प्रभारी केके मिश्रा (Congress leader and KK Mishra in charge of Gwalior) ने ट्वीट कर सिंधिया समर्थकों पर चुटकी ली है।वही उन्होंने सीएम शिवराज ने वीरांगना लक्ष्मीबाई की प्रतिमा (Statue of Veerangana Lakshmibai) के ना जाने पर भी सवाल खड़े किए है। हालांकि इस पूरे घटनाक्रम पर अभी तक बीजेपी की कोई प्रतिक्रिया सामने नही आई है।
दरअसल, भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री जयभान सिंह (Senior BJP leader and former minister Jaibhan Singh) का एक ट्वीट सियासी गलियारों में जमकर खलबली मचाए हुए है, जिसमे उन्होंने लिखा है कि ‘मध्य प्रदेश के नए मंत्री गण जब ग्वालियर आए तो वीरांगना लक्ष्मी बाई की समाधी पर दो फूल चढ़ाने क्यों नहीं गए? याद रखें यह प्रजातंत्र और मंत्री परिषद शहीदों के लहू से ही उपजे है इतना तो बनता है।बता दे कि सिंधिया समर्थक मंत्री प्रदुम्मन सिंह तोमर और ओपीएस भदौरिया ग्वालियर में सिंधिया की छतरी पर पुष्पांजलि के लिए गए थे। इसी के बाद पवैया ने यह ट्वीट किया।जिस पर कांग्रेस नेता केके मिश्रा ने ट्वीट कर लिखा है कि धन्यवाद, जयभानसिंह पवैया जी,आपका यह कथन सर्वथा उचित कि प्रदेश के मंत्री ग्वालियर आकर वीरांगना लक्ष्मीबाई की प्रतिमा पर नमन करने क्यों नहीं जाते??शायद,जिसके तलवे चाटना है,उनका कोप? कथित राष्टवादी बनने के बाद इनका DNA कराना चाहिए,CM भी आज नहीं गए! जिसके बाद भाजपा नेताओं ने चुप्पी साध ली है लेकिन कांग्रेस समर्थन में उतरे आई है।
इससे पहले मिश्रा ने इस दौरे में सिंधिया और प्रभारी मंत्री गोविंद सिंह राजपूत के शामिल ना होने पर सवाल खड़े किए थे । केके ने ट्वीट कर लिखा था कि आज 11 जुलाई को CM शिवराज सिंह चौहान जी,गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा जी के साथ ग्वालियर प्रवास पर रहेंगे,इस अंचल में कोरोना ब्लास्ट में 216 नए मरीज मिले हैं,प्रभारी मंत्री गोविंद राजपूत कहाँ है?जनता उनके दर्शन को बेताब है,शायद आज पहुंचे ही नहीं हैं! मुख्यमंत्री जी,गृहमंत्री जी के ग्वालियर दौरे में ग्वालियर-चम्बल संभाग को अपनी जागीर समझने वाले श्री ज्योतिरादित्य सिंधिया भी गायब रहेंगे,जनता के दुःख दर्द से उनका कोई वास्ता नहीं!शायद पहले कमाऊ मंत्रालय चाहिए!दो फर्जी टायगर भी साथ नहीं रह सकते हैं।