भोपाल। मध्य प्रदेश में जल्द ही दो सीटों पर उप चुनाव होने वाले हैं। दोनों सीटों पर कांग्रेस की निगाहें टिकी हैं। पार्टी अगर दोनों सीटों पर जीत हासिल करती है तो उस किसी के समर्थन ही जरूरत नहीं पड़ेगी। विधानसभा में कांग्रेस बहुमत से सत्ता में आ जाएगी। हाल ही में आगर विधानसभा से भाजपा विधायक मनोहर ऊंटवाल का निधन होने के बाद यह सीट खाली हुई है। इससे पहले सिंधिया के कट्टर समर्थक और जौरा विधानसभा से कांग्रेस विधायक बनवारीलाल शर्मा का भी बीते महीने निधन हो गया था।
इन दो सीटों पर अब उप चुनाव में कांग्रेस के पास बहुमत हासिल करने का मौका है। पार्टी हर हाल में बहुमत हासिल करने इन दोनों सीटों पर पूरी ताकत झोंकना चाहती है। फिलहाल विधानसभा में 228 विधायक हैं। इनमें से कांग्रेस के 114 विधायक हैं। लेकिन झाबुआ उप चुनाव में जीत मिलने के बाद यह संख्या 115 हो गई थी। लेकिन शर्मा के निधन के बाद फिर से 114 हो गई। अगर कांग्रेस जौरा और आगर विधानसभा उप चुनाव जीत जाती है तो कांग्रेस को बहुमत हासिल हो जाएगा। लेकिन भाजपा दोनों सीटें जीत जाती है तो उसकी विधानसभा में विधायकों की संख्या 109 पर पहुंच जाएगी। जिससे भाजपा एक बार फिर कांग्रेस पर दबाव बना सकती है।
सिंधिया की प्रतिष्ठा दांव पर
जौरा विधानसभा सीट पर ज्योतिरादित्या सिंधिया की प्रतिष्ठा भी दांव पर लगी है। इस सीट पर कांग्रेस शर्मा के बेटे को टिकट देने का मन बना रही है। शर्मा सिंधिया के कट्टर समर्थक भी थे। ऐसे में उनके बेटे की जीत की जिम्मेदारी भी सिंधिया के कंधों पर रहेगी। पार्टी भी चाहती है सिंधिया इस सीट की कमान संभालें। लेकिन एक समस्या और भी। सिंधिया को प्रदेश की कमान नहीं मिलने से ग्वालियर-चंबल क्षेत्र के सिंधिया समर्थकों में नाराज़गी है। इस क्षेत्र में सिंधिया का सिक्का चलता है। इसलिए पार्टी सिंधिया को इस सीट की कमान सौंपना चाहती है।
भाजपा ने भी झोंकी ताकत
जौरा विधानसभा सीट पर भाजपा ने भी मोर्चा संभाल लिया है। मुरैना सांसद और केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान ने यहां पर हाल ही में रैली की थी। ऐसे में यह सीट भाजपा नेताओं के लिए भी काफी महत्वपूर्ण है।
प्रभारी मंत्री के जिम्मे आगर की जीत
आगर जिले का प्रभार मंत्री जयवर्धन सिंह के पास है। वह पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह के बेटे हैं। और उनका इस जिले में काफी प्रभाव दिखाई देता है। इस सीट पर प्रचार की कमान पार्टी सिंह के सौंपने का इरादा कर रही है।