भोपाल।
केन्द्रीय मंत्री उमा भारती द्वारा साध्वी प्रज्ञा के सामने खुद को ‘मूर्ख’ कहने वाले बयान पर अब सियासत गर्मा गई है। जहां राजनैतिक गलियारों में इस बयान के अलग-अलग मायने निकाले जा रहे है, वही कांग्रेस भी इस मामले में कूद पड़ी और साध्वी पर हमले बोल रही है। ऐसे में अब कमलनाथ के मंत्री पीसी शर्मा का बयान सामने आया है।शर्मा का कहना है कि साध्वी ऐसी नहीं होती हैं। साध्वी प्रज्ञा साध्वी शब्द को सार्थक ही नहीं करती हैं। साध्वी सिर्फ आवरण की संत हैं। साध्वी शब्द का नाम आते ही सर झुकता है लेकिन उनको देखकर ऐसा कुछ नहीं लगता है।
दरअसल, शनिवार को केंद्रीय मंत्री उमा भारती खजुराहो सीट से भाजपा प्रत्याशी वीडी शर्मा के समर्थन में प्रचार करने कटनी पहुंचीं थी जहां पत्रकारों ने उनसे सवाल किया था कि क्या प्रज्ञा सिंह ठाकुर मध्य प्रदेश की राजनीति में उनकी जगह लेंगी तो उन्होंने कहा था कि वह एक महान संत हैं, उनके साथ मेरी तुलना मत कीजिए। मैं एक साधारण और बेवकूफ प्राणी हूं।इस पर आज मीडिया से चर्चा के दौरान जब कानून मंत्री पीसी शर्मा ने पलटवार करते हुए कहा कि साध्वी ऐसी नहीं होती हैं। साध्वी प्रज्ञा साध्वी शब्द को सार्थक ही नहीं करती हैं। साध्वी सिर्फ आवरण की संत हैं। साध्वी शब्द का नाम आते ही सर झुकता है लेकिन उनको देखकर ऐसा कुछ नहीं लगता है।
शर्मा यही नही रुके उन्होंने आगे कहा कि रामलीला में जैसे सीता का रोल पुरुष करता है और बाहर जाकर स्मोक करता है, बीजेपी और उनके नेताओं का पूरा स्वरुप ही ऐसा है। साध्वी प्रज्ञा ने बयानों में जैसे शब्दों का इस्तेमाल किया, हेमंत करकरे को लेकर जो बयान दिए, दिग्विजय सिंह को आतंकी कहा, ये शब्द साध्वी के नहीं होते।ना ही ऐसी साध्वी होती है।
बता दे कि उमा भारती खुद एक साध्वी हैं और भाजपा की कद्दावर नेता मानी जाती हैं। वह केंद्रीय मंत्री भी हैं। इस लिहाज से उनका कद पार्टी और सरकार में बड़ा है, जबकि प्रज्ञा ठाकुर ने अभी चुनावी महासमर में कदम ही रखा है। साध्वी प्रज्ञा हिंदुत्व का फायरब्रांड चेहरा है, लेकिन उन पर मालेगांव ब्लास्ट का भी आरोप है, फिलहाल वो जमानत पर बाहर है और बीजेपी से दिग्विजय के खिलाफ चुनाव लड़ रही है।। ऐसे में उमा का ये बयान राजनीति में खलबली मचाए हुए है।वही इस बात की भी चर्चा है कि मध्य प्रदेश की राजनीति में फायर ब्रांड और जुबानी हमलों में तेज साध्वी उमा भारती और प्रज्ञा सिंह ठाकुर के आपस में कैसे रिश्ते हैं।