फिर घिरे IAS अशोक शाह, कांग्रेस ने आंकड़े सार्वजनिक करने की मांग की

Atul Saxena
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भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। स्तनपान (Breastfeeding) के लेकर दिए गए बयानों को लेकर घिरे IAS अशोक शाह (IAS Ashok Shah) पर एक बार फिर कांग्रेस (MP Congress) ने निशाना साधा है। आज राजधानी में आयोजित महिला एवं बाल विकास विभाग के कार्यक्रम में अशोक शाह के मंच साझा करने के बाद कांग्रेस ने सीएम शिवराज सिंह चौहान (CM Shivraj Singh Chauhan) को भी निशाने पर लिया है।

मप्र राज्य महिला आयोग की पूर्व उपाध्यक्ष एवं कांग्रेस मीडिया प्रकोष्ठ की अध्यक्ष संगीता शर्मा ने अपने ट्विटर हैंडिल पर IAS अशोक शाह का ताजा बयान साझा किया है जिसमें उन्होंने उनके बयान को समझने के बाद उसपर कोई टिप्पणी करने की नसीहत दी है।

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कांग्रेस नेत्री संगीता शर्मा ने कहा कि अशोक शाह जी आपके अनुसार यदि आंकड़ों में सत्यता है तो आज कार्यक्रम में आपको सीएम शिवराज जी ने उद्बोधन करने से क्यों रोका? उन्होंने सीएम शिवराज को सम्बोधित करते हुए आगे लिखा – वैसे भी अधूरा काम किया मुख्यमंत्री जी आपने। स्तनपान पर देश की माताओं का अपमान करने वाले से तो मंच भी साझा नहीं करना चाहिए था। अब हम क्या समझें आप महिला एवं बाल विकास विभाग के एसीएस की बातों से सहमत है या नहीं?

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संगीता शर्मा ने सवाल किया – अशोक शाह जी क्या आप सुश्री उमा भारती जी, कुसुम मेहदेले जी, रंजना बघेल जी ईमरती जी और विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम जी को नसीहत दे रहे है? हमारी मांग है इस वक्तव्य पर आप अपनी रिसर्च रिपोर्ट भी पब्लिक करें। जिससे आपके द्वारा पूर्व में दिए गए बयान पर कि मां बेटियों को स्तनपान नहीं कराती हैं बल्कि बेटों को कराती हैं। इस वजह से लड़कियां मानसिक तौर पर लड़कों से कमजोर होती है। कृपया रिसर्च रिपोर्ट प्रस्तुत करें या सार्वजनिक तौर पर प्रदेश के मुखिया मामा शिवराज जी के साथ देश की माताओं से उनके अपमान पर माफी मांगें।


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पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ....पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....

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