भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। अगस्त में दुनिया में पहली बार वैक्सीन बनाने का दावा करने वाला रूस (Russia) ने अब वैक्सीन स्पूतनिक-वी (Sputnik-V) अपने नागरिकों के लिए उपलब्ध करा दी है। भारत (India) के लिये अच्छी खबर ये है कि रेग्यूलेटरी अथॉरिटी की स्वीकृति मिलने के बाद रूस द्वारा Covid-19 के लिए बनाई गई वैक्सीन Sputnik-V vaccine की 100 मिलियन खुराक की आपूर्ति की जाएगी। ये आपूर्ति भारत की डॉ. रेड्डी की प्रयोगशालाओं को जाएगी।
इस स्थिति में होगी सप्लाई
बता दें कि सितंबर माह में ही रूस ने कोरोना वायरस के लिए बनाई वैक्सीन स्पूतनिक-वी अपने नागरिकों के लिए जारी कर दी। वो इसे क्षेत्रीय आधार पर डिलिवरी की योजना भी बना चुका है। भारत में रेग्यूलेटरी अथॉरिटी की स्वीकृति मिल जाने के बाद रूस स्पूतनिक-वी वैक्सीन की 100 मिलियन (10 करोड़) खुराक डॉ. रेड्डी प्रयोगशालाओं (Dr. Reddy Laboratories) को उपलब्ध कराएगा। ये जानकारी रूस के स्वास्थ्य मंत्रालय ने दी है और अब बस इसके लिये भारत की रेग्यूलेटरी की सहमति मिलना बाकी है।
गुरूवार को Sputnik-V के बारे में जानकारी देते हुए आरडीआईएफ के सीईओ किरिल दमित्रिव ने बताया कि इस वैक्सीन को रूस की गामालेया नेशनल रिसर्च सेंटर फॉर इपीडेमीलॉजी एंड माइक्रोबॉयोलॉ़जी और रूस प्रत्यक्ष निवेश कोष (RDIF) ने विकसित किया है। आरडीआईएफ के सीईओ किरिल दमित्रिव के मुताबिक ये वैक्सीन एडिनोवायरल वेक्टर प्लेटफॉर्म पर आधारित है। अगर इसका ट्रायल सफल होता है तो यह नवंबर तक भारत में उपलब्ध हो जाएगी। आरडीआईएफ ने कहा कि उनके और डॉ. रेड्डी के बीच हुआ समझौता इस बात का प्रमाण है कि विभिन्न देशों और संस्थाओं के बीच यह समझ बढ़ रही है कि कोरोना वायरस से लड़ने के लिए मिलकर कई वैक्सीन पर काम करना आवश्यक है।आरडीआईएफ की चार अन्य भारतीय कंपनियों के साथ भी बातचीत चल रही है जो भारत में यह वैक्सीन बनाएगी। अन्य देशों से भी इसकी सप्लाई के लिए डिमांड आ रही है और रूस के मुताबिक वैक्सीन उत्पादन के लिए उसकी रिसर्च में ये बात सामने आई है कि भारत सहित ब्राजील, साउथ कोरिया और क्यूबा जैसे देशों में उत्पादन की अच्छी क्षमता है।
दुनिया में सबसे पहले वैक्सीन बनाने का दावा
बता दें कि रूस ने अगस्त माह में ही दावा किया था कि उसने कोरोना की वैक्सीन बना ली है। इसी के साथ बताया गया था कि इस वैक्सीन का टीका रूसी राष्ट्रपति की बेटी को लगाया गया है। रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) ने दावा किया था कि वो कोरोना वैक्सीन बनाने वाला पहला देश बन गए हैं। इसी के साथ पुतिन ने बताया कि उनकी बेटी को यह टीका लगाया जा चुका है। रूस ने कहा था कि वो सारी दुनिया में वैक्सीन की सप्लाई करेंगे और उम्मीद है कि सितंबर या अक्टूबर से ये सप्लाई शुरू हो जाएगी। हालांकि इसे लेकर वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन ने कहा था कि बिना पर्याप्त डेटा के वैक्सीन सप्लाई करना ठीक नहीं होगा। बहरहाल, अब स्पूतनिक-वी को भारत में रेग्यूलेटरी अथॉरिटी की मंजूरी का इंतजार है, जिसके बाद ये वैक्सीन भारत में उपलब्ध हो सकेगी।