Bhopal News : राजधानी भोपाल के बैरागढ़ में डेंगू प्रकोप दिन-प्रतिदिन बढ़ता ही जा रहा है। बता दें कि पिछले एक महीने में डेंगू की चपेट में आने से अब तक 4 लोगों की मौत हो चुकी है। इन मौतों में एक ही घर के दो चिराग बुझ गए है। इधर बैरागढ़ के वन ट्री हिल्स और सीआरपी सहित कई कालोनियों में ड़ेगू का लार्वा टीम को मिला है। दरअसल, प्लेट्स कम होने से इस बीमारी का उपनगर वासी शिकार हो गया है, जिसके कारण कई लोग प्राइवेट चिकित्सकों के क्लीनिक में इलाज करवाने पहुंच रहे है। इधर साफ सफाई का भी संत नगर में बुरा हाल है जगह- जगह दूषित पानी भरा हुआ है, यहां न तो दवाई छिडक़ाव हो रहा है और ना ही साफ सफाई।
एक घर के दो बच्चों की गई जान
बैरागढ़ के वन ट्री हिल्स पर रहने वाले राजपूत परिवार में मंगलवार को दूसरे युवक ने भी दम तोड़ दिया है। बता दें राजपूत परिवार में पहले एक बड़े भाई राजीव की मौत शुक्रवार को हो चुकी है। वहीं, मंगलवार को राजीव के बाद उसके छोटे भाई तरूण ने भी दम तोड़ दिया। जिसका इलाज एम्स अस्तपताल में चल रहा था लेकिन चिकित्सक उसे बचा नहीं सके और इसके पहले बैरागढ़ के ही पूर्व वन ट्री हिल रोड निवासी प्रदीप मोतियानी की भी डेंगू बीमारी के कारण मृत्यु हो गई थी। लगातार हो रही ड़ेगू से मौतों के कारण संत नगर में लोगों में हड़ंकप मचा हुआ है। इससे प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की भी चिंता बढ़ी हुई है।
यहां मिला लार्वा
उपनगर के सीआरपी क्षेत्र में भी जांच के दौरान डेंगू का लार्वा मिला है इससे ऐसा लगता है कि सीआरपी क्षेत्र में अभी भी डेंगू फैला हुआ है। स्वास्थ्य अधिकारी रविकांत औचित्य के नेतत्व में सीआरपी में सभी घरों की जांच की गई और तीन घरों में डेंगू मलेरिया का लार्वा मिलने पर स्पॉट कर कार्रवाई की गई। जिन घरों में लार्वा मिला है उसमें किशोर साधवानी, कमलेश, पंकज गुर्जर शामिल है, जिनके चालान बनाये गए है। वहीं, पूरे क्षेत्र में टंकियों की जांच कर दवाई का छिड़काव किया गया।
बचाव के उपाय
बता दें कि डेंगू मच्छर जमे हुए पानी में उत्पन्न होता है, इसलिए सभी साफ-सफाई का खास ध्यान रखें और पानी को कहीं भी जमा नहीं होने दें। छतों पर रखी पानी की टंकीया भी पूरी तरह से ढंककर रखें। अक्सर हम पानी खुले में रख देते है, जिसके कारण डेगू मच्छर उसी पानी में पनपते हैं।
भोपाल से रवि नाथानी की रिपोर्ट