तो क्या एमपी में घूंघट का युग लाना चाहते है अफसर….

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भोपाल।

एमपी के डीजीपी वीके सिंह के लड़कियों को लेकर दिए गए बयान के बाद विवाद खड़ा हो गया है। सड़क से लेकर सोशल मीडिया तक उनके बयान का विरोध किया जा रहा है।डीजीपी का कहना है कि ऐसे मामले काफी बढ़े हैं, जिसमें लड़कियां अपनी मर्जी से घर से चली जाती हैं और रिपोर्ट होती है अपहरण की। ऐसे में सिंह का यह वीडियो अब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। वीके सिंह के इस बयान के बाद हर कोई उनके इस बयान की कड़े शब्दों में आलोचना कर रहा है और अपनी सोच में सुधार करने को कह रहा है।

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इस मामले में भाजपा की प्रदेश वार्ताकार नेहा बग्गा ने प्रदेश सरकार पर सवाल उठाया है और कहा है कि क्या राज्य के अफसरान फिर से प्रदेश में घूंघट और दहेज प्रथा जैसी कुरीतियों को वापस लाना चाहते हैं। बग्गा ने प्रदेश के डीजीपी के अपराधों पर दिए गए बयान पर कड़ी आपत्ति जाहिर करते हुए कहा है कि वाह मप्र के ड��जीपी की यही सोच है। क्या यही वक़्त है बदलाव का है। उन्होंने कहा के प्रदेश के एक प्रशासनिक मुखिया की लड़कियों और महिलाओं को लेकर सोच पर आश्चर्य जताया है कि यह किस दिशा की ओर प्रदेश को ले जाना चाहते हैं। 

वही इस मामले में राज्य महिला आयोग की पूर्व अध्यक्ष लता वानखेड़े का कहना है कि डीजीपी का यह बयान शर्मनाक है। वे इस तरह का बयान देकर महिलाओं को शर्मसार कर रहे है।उनका यह बयान महिलाओं के सम्मान को ठेस पहुंचाने वाला है। मैं इसका विरोध करती हूं।डीजीपी के इस बयान से पुलिस में गलत मैसेज जाएगा, ऐसे में वो किसी भी मामले में पीड़ित की ना तो सुनवाई करेंगें और ना ही कार्रवाई । 

अपराध पर लगाम लगनी चाहिए-गृह मंत्री

वहीं जब मध्य प्रदेश के गृह मंत्री बाला बच्चन से डीजीपी वीके सिंह के इस बयान को लेकर सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि लड़कियों के प्रति अपराधों पर लगाम लगानी चाहिए, ऐसे अपराध बढ़ना तो क्या होना ही नहीं चाहिए. सरकार की समीक्षा बैठक में पहले ही स्पष्ट कर दिया गया है कि अगर किसी भी थाना क्षेत्र में ऐसी घटनाएं होती हैं तो वहां के छोटे पुलिसकर्मियों से लेकर अधिकारी तक जिम्मेदार होंगे। हम मध्य प्रदेश की जनता की सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध हैं।

क्या दिया था बयान

दरअसल, इन दिनों डीजीपी वीके सिंह  महिला संबंधी अपराधों पर जागरूकता के लिये तीन दिनों के ग्वालियर चंबल दौरे पर है। इस दौरान शनिवार को उन्होंने मीडिया से चर्चा करते हुए कहा था कि एक नया ट्रेंड 363 के रूप में दिख रहा है, लड़कियां स्वतंत्र ज्यादा हो रही हैं, स्कूलों में कॉलेजों में जा रही हैं तो आज के समाज में बढ़ती स्वतंत्रता एक तथ्य है।  ऐसे में उनका जो सामना हो रहा है, इंटरेक्शन हो रहा है दूसरे लड़कों के साथ ये भी एक सच्चाई है।ऐसे मामलों में वृद्धि देखने को मिली है कि घर से चली जाती हैं फिर रिपोर्ट होती है किडनैपिंग की। डीजीपी के बयान के बाद हड़कंप मच गया है, उनका बयान वाला यह वीडियो अब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।

क्या कहते है एनसीआरबी के आंकड़े

बता दे कि राज्य में बढ़ रहे अपराध और अपहरण के मामले राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो के पास के आंकड़ों की बात करें तो साल 2016 में मध्य प्रदेश में बच्चों के खिलाफ अपराध और अपहरण के 6016 मामले सामने आए हैं। इसमें बड़ी संख्या में लड़कियों के अपहरण के मामले हैं। डीजीपी वीके सिंह के इस बयान को लोग बेहद गैरजिम्मेदार और गलत बता रहे हैं। सोशल मीडिया पर लोग उनके इस वीडियो पर उन्हें ट्रोल कर रहे हैं।


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