भोपाल।
मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के दिग्गज नेता दिग्विजय सिंह ने मोदी सरकार मे मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल “निशंक” को पत्र लिखा है। दिग्विजय ने पोखरियाल को शिक्षकों के संबंध में पत्र लिखा है। इसमें उन्होंने देश के सबसे प्रतिष्ठित ‘‘केन्द्रीय विद्यालय संगठन’’ के सेवानिवृत्त शिक्षकों की समस्याओं पर सहानुभूतिपूर्वक विचार करते हुये उन्हे देय पेंशन का समय पर भुगतान करने, उनकी पेंशन एवं एरियर्स की राशि के भुगतान के लिए बजट में प्रावधान करवाने तथा केन्द्रीय विद्यालय संगठन में रिक्त महत्वपूर्ण पदों की पूर्ति के लिए समुचित कदम उठाने की मांग की है।
दिग्विजय ने पत्र में लिखा है कि केन्द्रीय विद्यालय सेवानिवृत्त शिक्षक-कर्मचारी कल्याण सोसायटी भोपाल मध्यप्रदेश के पदाधिकारियों ने मुझे अवगत कराया है कि केन्द्रीय विद्यालय के पच्चीस हजार सेवानिवृत्त शिक्षकों को माह जनवरी 2020 की पेंशन अभी तक नही मिली है। यह लिखते हुए मुझे खेद है कि वर्ष 1965 में केन्द्रीय विद्यालय की स्थापना के बाद से पेंशनर्स के साथ कभी ऐसा नही हुआ है। केन्द्रीय विद्यालय संगठन ने सदैव प्रत्येक माह के अंतिम दिन पेंशनर्स को उनकी पेंशन का भुगतान किया है।
मुझे आश्चर्य है कि इसके लिये मानव संसाधन विकास मंत्रालय द्वारा बजट नही दिये जाने से पेंषनर्स को पेंशन का भुगतान नही हो पा रहा है। बजट उपलब्ध नही होने पर वरिष्ठ सेवानिवृत्त शिक्षकों की पेंशन रोकना और उन्हे आर्थिक तंगी से गुजरने को मजबूर करना अनुचित है। यह भी उल्लेखनीय है कि केन्द्र सरकार की उपेक्षा के कारण केन्द्रीय विद्यालय संगठन में संयुक्त आयुक्त (वित्त) एवं उपायुक्त (वित्त) के पद एक वर्ष से भी अधिक समय से रिक्त पड़े है, जिससे संगठन कोई वित्तीय निर्णय नही ले पा रहा है और खामियाजा पेंशनर्स को भी भुगतना पड़ रहा है। केन्द्रीय विद्यालय संगठन के सेवानिवृत्त शिक्षकों की अवमानना याचिका पर केन्द्रीय प्रशासनिक न्यायाधिकरण (सी.ए.टी.), नई दिल्ली द्वारा दिये गये आदेश के बावजूद सेवानिवृत्त शिक्षकों की सातवें वेतनमान के अनुरूप पेंशन/एरियर्स के भुगतान हेतु बजट में प्रावधान नही किया जाना बुजुर्ग और वरिष्ठ सेवानिवृत्त शिक्षकों के लिये निश्चय ही कष्टप्रद है।
दिग्विजय ने मांग की है कि देश के सबसे प्रतिष्ठित ‘‘केन्द्रीय विद्यालय संगठन’’ के सेवानिवृत्त शिक्षकों की मानवीय समस्याओं पर सहानुभूतिपूर्वक विचार करते हुये उन्हे देय पेंषन का समय पर भुगतान करने, उनकी पेंशन एवं एरियर्स की राशि के भुगतान हेतु बजट में प्रावधान करवाने तथा केन्द्रीय विद्यालय संगठन में रिक्त महत्वपूर्ण पदों की पूर्ति हेतु समुचित कदम उठाने का कष्ट करें।