भोपाल।
प्रदेश के ड़ॉक्टरों ने मुख्यमंत्री कमलनाथ के आदेश की पहले ही दिन धज्जियां उड़ा दी। कोई डॉक्टर ओपीडी में सुबह नौ बजे नही पहुंचा, जिसके चलते मरीज घंटों तक लंबी लंबी लाइन लगाकर ड़ाक्टरों का इंतजार करते रहे। पूरे प्रदेश के अलग अलग जिलों में यही हाल रहा, यहां तक कि सीएम कमलनाथ के विधानसभा क्षेत्र छिंदवाडा में ही सरकारी डॉक्टर समय से नही पहुंचे, नदारद रहे।जबकी कमलनाथ सरकार ने अस्पतालों में ओपीडी का समय सुबह नौ बजे से शाम चार बजे तक कर दिया है और आज सोमवार से इस आदेश का पालन होना था।
दरअसल, लगातार बिगड़ती स्वास्थ्य सेवाओं को देखते हुए मुख्यमंत्री कमलनाथ ने बीते दिनों मध्य प्रदेश के सभी सरकारी अस्पतालों में ओपीडी का समय सुबह 9 से शाम 4 बजे तक कर दिया है।आज से इस आदेश का पूरे प्रदेश में पालन होना था। लेकिन ऐसा नही हुआ राजधानी भोपाल के साथ साथ ग्वालियर, इंदौर, जबलपुर ,नरसिंहपुर, मुरैना और छिंदवाड़ा समेत अधिकतर जिलों में डॉक्टर 10 -11 बजे तक अस्पताल नही पहुंचे । इस दौरान अधिकांश डॉक्टर अस्पताल से नदारद रहे, ओपीडी खाली पड़ी रही,अस्पताल के बाहर मरीजों की लंबी लंबी कतारे लगी रही, हर कोई घंटों लाइन में लगकर डॉक्टरों का इंतजार करते रहे, लेकिन वे समय पर नही पहुंचे।यही हाल मुख्यमंत्री कमलनाथ के गृह जिले छिंदवाड़ा, स्वास्थ्य मंत्री तुलसी सिलावट और चिकित्सा शिक्षा मंत्री विजय लक्ष्मी साधौ के गृह नगर इंदौर में भी यह देखने को मिला ।यहां भी कुछ डॉक्टर देरी से पहुंचे और कुछ नदारद रहे।
इस तरह कमलनाथ सरकार के फैसला का असर पहले दिन अधिकांश जिलों में बेअसर रहा।डॉक्टरों द्वारा सरेआम आदेश की धज्जियां उडाई गई।कई अस्पतालों में तो डॉक्टरों और वहां मौजूद स्टॉफ को नए आदेश की जानकारी तक नही थी। वही पुराने आदेश दीवारों पर चस्पा किए हुए थे।ऐसे में पहले दिन ही सरकार का आदेश और नियम पूरी तरह से फैल रहा, मरीजों को परेशानी हुई सौ अलग। हर कोई इस उम्मीद में अस्पताल पहुंचा था कि आज जल्द जांच हो जाएगी और वे फ्री हो जाएंगें।पहले दिन के हाल को देखते हुए ऐसा लग रहा है कि सरकार को अपने इस आदेश का सही ठंग से पालन करवाना एक बड़ी चुनोती होगी।