भोपाल। मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव की मतगणना 11 दिसंबर को होना है। भारत निर्वाचन आयोग ने मध्य प्रदेश समेत चुनाव संपन्न होने वाले पांचों राज्यों के मुख्य निर्वाचन अधिकारियों को निर्देश दिया है कि मतगणना के हर राउंड के बाद प्रत्याशियों को प्रमाणपत्र जारी किया जाए। इसके अलावा पार्टी के एजेंट और मीडिया को भी प्रमाणपत्र की एक कॉपी सौंपी जाएगी।
भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार मतगणना के दौरान प्रत्येक राउण्ड की समाप्ति पर ईवीएम मशीनों से की गई मतगणना के परिणामों की प्रेक्षक और संबंधित रिटर्निग अधिकारियों द्वारा हस्ताक्षर कर घोषणा की जायेगी। इसके साथ ही घोषणा को मतगणना कक्ष में स्थापित डिस्पले बोर्ड पर प्रदर्शित किया जायेगा।
राउण्डवार मतगणना परिणाम की पब्लिक एड्रेस सिस्टम के माध्यम से उद्घघोषणा की जायेगी। राउडण्वार रिजल्ट शीट भी अभ्यर्थी और उसके अभिकर्ता को दी जायेगी और मीडिया को अवगत कराने के लिये प्रत्येक राउंड के परिणाम की प्रति मतगणना परिसर में बनाये गये मीडिया कक्ष को दी जायेगी। राउण्ड वार मतगणना परिणाम की जानकारी रिटर्निंग अधिकारी द्वारा आयोग के काउटिंग साफ्टवेयर पर भी अपलोड की जायेगी।कांग्रेस ने भी इसकी मांग राज्य चुनाव आयोग और भारत निर्वाचन आयोग से की थी। जिससे किसी भी तरह की गड़बड़ी की आशंका न हो। वहीं, दूसरी ओर अब इस बात के भी कयास लगाए जा रहे हैं कि अगर प्रमाणपत्र जारी किया जाएगा तो नतीजों में देरी हो सकती है। इससे पहले कहा जा रहा था कि दिन में एक बजे तक सरकार किस दल की बनेगी इसकी तस्वीर साफ हो जाएगी। लेकिन अब इस प्रक्रिया के कारण समय ज्यादा लग सकता है। जिसका असर नतीजे जल्दी आने पर पड़ सकता है।
मीडिया को भी दी जाए कॉपी
भारत निर्वाचन आयोग की ओर से जारी आदेश में कहा गया है कि प्रमाणपत्र की एक कॉपी उम्मीदवारों को देने के साथ ही मीडिया को भी दी जाए। इसके अलावा मतगणना करने वाले कर्मचारी इस बात का भी ध्यान रखें कि हर राउंड की जानकारी मतगणना स्थल पर मौजूद बोर्ड पर भी डिस्पले की जाए।