Employees union warned of demonstration : तृतीय वर्ग कर्मचारी संघ ने कहा है कि लगातार महंगाई बढ़ रही है पर कर्मचारियों का महंगाई भत्ता नहीं बढ़ रहा। इस कारण अब तक कर्मचारियों को 700 करोड़ का नुकसान हो चुका है। उसका कहना है कि सरकार द्वारा हर महीने 1 करोड़ 29 लाख 77 हजार 199 लाड़ली बहनों को 1 हजार 219 करोड़ दिए जा रहे हैं, लेकिन कर्मचारियों को महीने में 150 करोड़ देने में परेशानी हो रही है।
संघ ने कहा कि पिछले 7 महीने से कर्मचारियों को 4 प्रतिशत महंगाई भत्ता नहीं मिला है। पूर्व मुख्यमंत्री के कार्यकाल में 9200 करोड रुपए सरकार ने कर्मचारियों को महंगाई भत्ता समय पर न देकर नुकसान किया है। उसने कहा कि सरकार राज्य के कार्यरत एवं सेवानिवृत्ति 12 लाख कर्मचारियों का इम्तिहान न ले। इसी के साथ उन्होने कहा कि वो अपनी मांगों को लेकर फरवरी में बड़ा धरना प्रदर्शन करेंगे।
महंगाई भत्ता और राहत न मिलने से परेशान कर्मचारी
तृतीय वर्ग कर्मचारी संघ के प्रदेश सचिव उमाशंकर तिवारी द्वारा बताया कि राज्य के 7.50 लाख कर्मचारी एवं 4.50 लाख सेवानिवृत कर्मचारी महंगाई भत्ता व मंहगाई राहत न मिलने से परेशानी हैं। एक सर्वे के मुताबिक सब्जियों के दाम 60% व दाल अन्य चीजों के दाम 20% बढ़े हुए बताए गए हैं। लेकिन प्रदेश के कर्मचारियों को 4% महंगाई भत्ता व महंगाई राहत सरकार द्वारा नहीं दी जा रही है, जो कि महंगाई का सामना करने के लिए ही दिया जाता है। यह समय पर न मिलने से सेवानिवृत कर्मचारियों को ज्यादा परेशानी हो जाती है क्योंकि उनके लिए वृद्धावस्था में बीमारी सहित अन्य कई खर्च होते हैं।
प्रदर्शन की चेतावनी
उन्होने कहा कि राज्य सरकार द्वारा सभी वर्गों के लिए कल्याणकारी योजनाओं को आगे बढ़ाया जा रहा है। केंद्र द्वारा जुलाई 23 से 4% महंगाई भत्ता व महंगाई राहत दे दी गई है। राज्य सरकार द्वारा कई बार घोषणा की गई है कि केंद्र के समान और केंद्रीय दर से ही महंगाई भत्ता और राहत दी जाएगी, लेकिन अब तक उसपर अमल नहीं हुआ है और इससे सरकार की वादाखिलाफी जाहिर हो रही है। कर्मचारियों को 1 जुलाई 2023 से बकाया महंगाई भत्ता/महंगाई राहत नहीं दी जा रही है।
आगामी कुछ दिनों में लोकसभा चुनाव की घोषणा हो जाएगी और फिर आचार संहिता के नाम पर सरकार उन्हें अटका देगी। जबकि आचार संहिता में छत्तीसगढ़ और राजस्थान सरकार द्वारा जुलाई 2023 से 4% महंगाई भत्ता प्रदान कर दिया गया है। पहले भी सरकार द्वारा कर्मचारियों को उनका एरियर ना देकर 9200 करोड़ रुपए का नुकसान पहुंचाया है। उन्होने कहा कि संगठनों द्वारा लगातार मांग करने के बाद भी सरकार द्वारा कोई प्रतिक्रिया और आश्वासन न मिलने पर फरवरी माह में अपने महंगाई भत्ते/ राहत के लिए तृतीय वर्ग कर्मचारी संघ द्वारा धरना प्रदर्शन किया जाएगा।