भोपाल।
किसानों की कर्जमाफी को लेकर मुख्यमंत्री कमलनाथ ने बड़ा बयान दिया है।नाथ ने कहा है कि अगले दो तीन महीनों में किसानों का पूरा कर्जा माफ हो जायेगा। कुल 24 लाख 84 हजार किसानों के खातों में कर्ज माफी की कार्रवाई की गई। अभी तक 20 लाख किसानों का कर्ज माफ हो चुका है। यह कार्रवाई चलती रहेगी। मुख्यमंत्री के बयान से ये तो साफ हो गया है कि लोकसभा चुनाव से पहले किसानों का कर्जा माफ होने वाला नही। कर्जमाफी के लिए अभी किसानों को दो से तीन महिने का इंतजार करना पड़ेगा।इससे पहले सहकारिता मंत्री गोविंद सिंह ने इस बात के संकेत दिए थे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि किसान का जन्म कर्जे में होता है। उसकी मृत्यु कर्जे में होती है। बड़ी आवश्यकता थी कि किसानों को राहत मिले। सत्ता में आने से पहले कांग्रेस ने किसानों को वचन दिया था कि उनका कर्जा माफ करेंगे। सरकार ने कर्जमाफी की प्रक्रिया शुरू करके किसानों को इसका लाभ भी देना शुरू कर दिया है। अगली कार्रवाई चलती रहेगी। अगले दो तीन महीनों में पात्र सभी किसानों का पूरा कर्जा माफ हो जायेगा।
किसानों के साथ सरकार
मुख्यमंत्री कमल नाथ ने कहा है कि सरकार प्याज उत्पादक किसानों के साथ है और उनके चेहरों पर मुस्कुराहट लायेगी। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में बड़ी मात्रा में प्याज का उत्पादन होता है और कम कीमत से किसानों को बड़ा नुकसान होता है। सरकार किसानों के साथ है और फैसला लिया है कि किसानों के हित के लिये योजना बनाई जाये ताकि उनके चेहरों पर मुस्कुराहट आये।
27 प्रतिशत आरक्षण देने वाला देश का पहला राज्य बना MP
मुख्यमंत्री कमल नाथ ने कहा है कि पिछड़ा वर्ग को 27 प्रतिशत आरक्षण देने वाला मध्यप्रदेश पहला राज्य बन गया है। सरकार की सोच हमेशा कमजोर और पिछड़े वर्ग के प्रति रही है। पूर्व में हमारी ही सरकार ने राम जी महाजन आयोग का गठन किया था। पिछड़े वर्ग की माँग थी कि उन्हें 27 प्रतिशत आरक्षण मिलना चाहिये। उन्होंने कहा सरकार ने सत्तर दिन में ही इसका फैसला किया और अध्यादेश भी जारी हो गया है।
एयर स्ट्राइक पर पर बोला हमला
कमलनाथ ने वायुसेना द्वारा पाकिस्तान पर किये गए एयर स्ट्राइक के भाजपा के श्रेय लेने पर चुटकी लेते हुए कहा कि बच्चा कहीं और होता है और भाजपा वाले मिठाई बांटने में सबसे पहले जुट जाते है।बता दे कि एयर स्ट्राइक के बाद से ही कांग्रेस और विपक्ष द्वारा इसके सबूत मांगे जा रहे है। बीते दिनों कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय ने इसके सबूत मांगे थे, जिसको लेकर खूब बवाल मचा था।
बीते दिनों सहकारिता मंत्री ने दिए थे इस बात के संकेत
बीते दिनों कमलनाथ सरकार में सहकारिता मंत्री गोविंद सिंह ने भी इस बात के संकेत दिए थे। गोविंद सिंह ने कहा था कि अब तक सरकार 22लाख किसानों को ऋण मुक्ति के प्रमाण पत्र दे चुकी है। राष्ट्रीय कृत बैंकों को राज्य सरकार द्वारा पैसा देने के बाद किसानों का कर्जा माफ होगा । फिलहाल सहकारी बैंकों को पैसा दिया जा रहा है। साल भर के अंदर सहकारी बैंकों के माध्यम से किसानों के खातों में सीधा पैसा जाने की व्यवस्था होगी।हालांकि मंत्री के बयान से उसी समय साफ हो गया था कि फिलहाल सरकार के पास पैसा नही है, जिससे कर्जमाफी संभव हो सके।अब मुख्यमंत्री कमलनाथ ने औपचारिक रुप से कह दिया है कि दो तीन महिने में किसानों का कर्ज माफ होगा। इसका सीधा मतलब है कि कर्जमाफी अब लोकसभा चुनाव के बाद ही होगी।
आज या कल में लग सकती है आचार संहिता
आज चुनाव आयोग की प्रेस कॉन्फ्रेंस है, उम्मीद है कि आज लोकसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान हो सकता है और आज से ही आचार संहिता लग जाए। आचार संहिता लगते ही काम में मंदी जाएगा और मामला चुनाव के बाद तक टाल दिया जाएगा।ऐसे में सरकार की ये देरी किसानों में आक्रोश पैदा कर सकती है जिसका हर्जाना आने वाले लोकसभा चुनाव में भुगतना पड़ सकता है। इसी वादे को लेकर कांग्रेस सालों से प्रदेश पर राज कर रही भाजपा को सत्ता से बेदखल करने में कामयाब हुई थी। यहां तक कि इस कर्जमाफी के फैसले के बाद देशभर में कांग्रेस की फिर से चर्चा होने लगी थी और इसका असर भी प्रदेश में देखने को मिला है।