भोपाल। एचआईवी मरीजों को लेकर एड्स कंट्रोल सोसायटी एक नया अभियान चला रही है। 12 नवंबर से 11 जनवरी तक चलने वाले इस अभियान में एड्स मरीजों को घर-घर जाकर खोजा जा रहा है। दरअसल, प्रदेशभर में लगभग 10 हजार मरीज ऐसे हैं जो एचआईवी पॉजिटिव हैंं, लेकिन इसके बावजूद भी यह लोग किसी भी एंट्री रेट्रोवायरल थैरेपी पर दवा लेने नहीं पहुंच रहे हैं। जो बड़ा चिंता का विषय है। इस बात को देखते हुए मप्र एड्स कंट्रोल सोसायटी ने अब इन मरीजों को ढूंढने के लिए अभियान शुरू किया है। सोसायटी के अधिकारियों ने बताया कि अभियान के तहत मरीजों के घर जाकर उनके बारे में जानकारी जुटाई जा रही है।
मरीज इस डर से छोड देते हैं दवा
इस बीमारी में मरीज समाज में अपनी इमेज के चलते एचआईवी की बात को सामने नहीं आने देते हैं। और इसी वजह से ही वो दवा भी नहीं लेते हैं। इतना ही नहीं एड्स की दवा से मरीजों को शुरूआती स्टेज पर बहुत सी परेशानियां होती हैं। उन्हे पेट में जलन, शरीर में गर्माहट जैसी शिकायतें होती हैं। इसी बात से परेशान हो कर मरीज दवा लेना ही छोड देता है। साथ ही कभी-कभी मरीजों को आराम पड़ने लगता है उस स्थिति में भी मरीज दवा लेना छोडा देता है। जो उसके लिए घातक है।