भोपाल/नई दिल्ली।
भाजपा के नए राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा होंगे।। दिल्ली में चयन प्रक्रिया की औपचारिकता के बाद संगठन प्रभारी राधामोहन सिंह ने इसका ऐलान किया। इस मौके पर अमित शाह समेत तमाम बड़े नेता मौजूद रहे। हालांकि जेपी का निर्विरोध चुन लिया जाना पहले से तय था।उन्हें मोदी और अमित शाह के अलावा संघ का करीबी माना जाता है। शाह के केंद्रीय मंत्री बनने के बाद नड्डा को 19 जून 2019 काे कार्यकारी अध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपी गई थी।वही नड्डा को मिलने जा रही नई जिम्मेदारी पर उनके ससुराल जबलपुर में जश्न का माहौल है।
चुनाव कार्यक्रम के अनुसार आज 10 बजे से 12.30 बजे तक नामांकन करने की प्रक्रिया हुई और 12.30 से एक घंटे तक नामांकन पत्र की जांच हुई। इसके बाद 1.30 से अगले एक घंटे तक का वक्त नामांकन वापसी के लिए रखा था। हालांकि, 12.30 तक एक ही नाम रहा और उस हिसाब से पार्टी अध्यक्ष के रूप में जेपी नड्डा का नाम चुन लिया गया। अगर उनके सामने कोई उम्मीदवार होता तो मंगलवार को मतदान किया जाता।
इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह, नितिन गडकरी समेत समस्त भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्री और उप-मुख्यमंत्री, राज्यों के प्रदेश अध्यक्ष जेपी नड्डा के नाम का प्रस्ताव रखा। जेपी नड्डा के समर्थन में 21 राज्यों के प्रदेश अध्यक्ष नामांकन पत्र चुनाव अधिकारी राधा मोहन सिंह के सामने पेश किया, जिन राज्यों के प्रदेश अध्यक्ष नड्डा के समर्थन में नामंकन पत्र प्रस्तुत किया उसमें दिल्ली, एमपी, उत्तराखंड, बिहार, पश्चिम बंगाल, राजस्थान, महाराष्ट्र, हिमाचल जैसे राज्य शामिल हैं। नड्डा के चुनाव के साथ ही अमित शाह का अध्यक्ष के तौर पर साढ़े पांच साल का कार्यकाल ख़त्म हो जाएगा।
जबलपुर में जश्न का माहौल
इधर एमपी के जबलपुर में नड्डा को भाजपा का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाने पर जश्न का माहौल है। असल में , जबलपुर में नड्डा की ससुराल है। उन्हें अध्यक्ष बनाए जाने को लेकर ससुराल में जश्न का माहौल है। नड्डा की सास जयश्री बनर्जी जो भाजपा से पूर्व सांसद रही हैं, उन्होंने अपने दामाद को बधाई दी और कहा कि यह जबलपुर के लिए गौरव की बात है। जेपी नड्डा 24 जनवरी को जबलपुर आ रहे हैं। राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने के बाद यह उनका पहला निजी प्रवास होगा। जयश्री बनर्जी के नाती की शादी हो रहीं है, ऐसे में यह उनके घर में दोहरी खुशी है।
राजनैतिक करियर पर एक नजर
वे भाजपा के संसदीय बोर्ड के सचिव भी हैं।
1993 से लेकर 2002 तक हिमाचल प्रदेश विधानसभा के सदस्य।
1998 से लेकर 2003 तक हिमाचल प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री।
2008 से लेकर 2010 तक धूमल सरकार में मंत्री, कई अहम मंत्रालय संभाले।
अप्रैल 2012 में राज्यसभा सांसद चुने गए।
2014 से लेकर 2019 तक मोदी सरकार में स्वास्थ्य मंत्री।
जून 2019 को बीजेपी के कार्यकारी अध्यक्ष चुने गए