कमलनाथ का आरोप, कर्ज लेकर विकास नहीं झूठा प्रचार कर रही भाजपा सरकार, ये जनता के साथ धोखा

पूर्व मुख्यमंत्री ने लिखा- हकीकत यह है कि मध्य प्रदेश सरकार अपने राजस्व का एक बड़ा हिस्सा तो सिर्फ कर्ज का ब्याज चुकाने में खर्च कर रही है। जो पैसा सिर्फ ब्याज चुकाने में खर्च होता है वह प्रदेश की तरक्की में इस्तेमाल हो सकता है। सच्चाई यह है कि सरकार प्रदेश के कल्याण और विकास के लिए यह कर्ज नहीं ले रही है बल्कि अपने झूठे प्रचार और सरकारी खर्च पर राजनीतिक कार्यक्रम करने के लिए यह पैसा बर्बाद कर रही है।

Atul Saxena
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MP Congress : मध्य प्रदेश की दो मोहन यादव सरकार पर पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने बड़ा हमला किया है, उन्होंने प्रदेश की भाजपा सरकार पर हजारों करोड़ रुपये का कर्ज लेकर प्रदेश को एक बड़े दलदल में धकेलने और इस पैसे को विकास के स्थान पर अपने झूठे प्रचार में प्रयोग किये जाने का गंभीर आरोप लगाया है।

2 महीने के कार्यकाल में ही नई सरकार ने 17500 करोड रुपए का कर्ज ले लिया : कमलनाथ 

कमलनाथ ने सोशल मीडिया X पर आज एक पोस्ट की, जिसमें उन्होंने कहा- मध्य प्रदेश की डॉ मोहन यादव सरकार प्रदेश को कर्ज के दलदल में शिवराज सरकार से भी तेजी से ले जा रही है। मीडिया से प्राप्त जानकारी के अनुसार 27 फरवरी को सरकार 5000 करोड रुपए का कर्ज ले रही है। इस तरह अपने करीब 2 महीने के कार्यकाल में ही नई सरकार ने 17500 करोड रुपए का कर्ज ले लिया है। पिछली सरकार पहले ही प्रदेश के ऊपर 3.50 लाख करोड़ रुपए से अधिक का कर्ज छोड़ गई थी।

कमलनाथ का आरोप- कर्ज विकास के लिए नहीं अपने झूठे प्रचार में खर्च कर रही सरकार 

पूर्व मुख्यमंत्री ने लिखा- हकीकत यह है कि मध्य प्रदेश सरकार अपने राजस्व का एक बड़ा हिस्सा तो सिर्फ कर्ज का ब्याज चुकाने में खर्च कर रही है। जो पैसा सिर्फ ब्याज चुकाने में खर्च होता है वह प्रदेश की तरक्की में इस्तेमाल हो सकता है। सच्चाई यह है कि सरकार प्रदेश के कल्याण और विकास के लिए यह कर्ज नहीं ले रही है बल्कि अपने झूठे प्रचार और सरकारी खर्च पर राजनीतिक कार्यक्रम करने के लिए यह पैसा बर्बाद कर रही है। यह मध्य प्रदेश की जनता से धोखा है।


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पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ....पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....

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