भोपाल। 28 नवंबर को सिर्फ प्रदेश का फैसला नहीं है, बल्कि नौजवानों, किसानों, मजदूरों और बुजुर्गों का फैसला है। यह कहना है मप्र कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष कमलनाथ का। वे गुरुवार को संत हिरदाराम नगर स्थित बस स्टैंड पर आमसभा को संबोधित कर रहे थे। शाम 6 बजे जैसे ही इस सभा का आयोजन शुरू हुआ। अचानक ही बिजली बंद हो गई और सभा समाप्त होने तक बिजली बंद ही रही। इस दौरान बिजली गुल होने पर चुटकी लेते हुए कमलनाथ ने कहा कि हमारे राज में बिजली तभी बंद होगी। जब व्यक्ति इसे अपने हाथ से स्विच ऑफ करके बंद करेगा। उन्होंने प्रदेश सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि प्रदेश में भाजपा सरकार के शासन के दौरान मप्र पूरे देश में किसानों की आत्महत्या, बेरोजगारी, महिला अपराधों में नंबर 1 बना है। मुख्यमंत्री किसानों के पेट पर लात और छाती पर गोली मारते हैं और खुद को किसान पुत्र कहते हैं।
6 माह में पूरी विधानसभा का भृमण किया, न सरकारी स्कूल हैं और न अस्पताल : नरेश
इसके पूर्व हुजूर से कांग्रेस प्रत्याशी नरेश ज्ञानचंदानी ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि वे पूरे 6 माह तक हुजूर विधानसभा में घूमे हैं, लेकिन कहीं भी न तो स्कूल है और न ही अस्पताल है। इस दौरान बिजली गुल होने पर उन्होंने चुटकी लेते हुए कहा कि वर्तमान विधायक शायद चुनाव से पहले ही घबरा गए हैं। इसलिए शायद बिजली को बंद करवा दिया है। उन्होंने रामेश्वर शर्मा पर भगवान को धोखा देने का आरोप लगाते हुए कहा कि उन्होंने हर पंचायत में मंदिरों को बनाने का आश्वासन दिया था, लेकिन एक भी मंदिर को नहीं बनवाया है।साथ ही उनके कार्यकाल में कोलार पर वो सड़क भी नहीं बनी, जहां बैठकर खाना खाने का दावा रामेश्वर करते थे। रामेश्वर के कार्यकाल में फंदा में किसानों पर लाठीचार्ज किया गया और महिलाओं को भी घर से निकलकर अपमानित किया गया। उन्होंने इस दौरान फिर दोहराया कि वे लोगों की समस्या हल करने 2 पहिया वाहन से उनके पास आएंगे।
आईटी हब का सपना झूठा, बच्चे बेंगलुरु और पुणे जा रहे : ईसरानी
आम सभा को संबोधित करते हुए मप्र विधानसभा के पूर्व प्रमुख सचिव भगवानदेव ईसरानी ने कहा कि प्रदेश में व्यवस्था सड़ चुकी है। नौकरशाही और अत्याचार पूरे प्रदेश में बढ़ रहा है। मन्दसौर में किसानों पर गोली चलवाने वाले कलेक्टर और एसपी पर कोई भी कार्रवाई नहीं हुई। भ्रष्टाचार के मामले में प्रदेश के मुखिया पर भी लोकायुक्त में मामला दर्ज हो चुका है। जो कि पूरे देश में केवल मप्र में ही हुआ है। आज सम्रद्ध मप्र बनाने की बात की जा रही है, जबकि 2010 में प्रदेश सरकार द्वारा तीन साल के अंदर स्वर्णिम मप्र बनाने की बात कही गई थी। जो आजतक नहीं बन सका है। उन्होंने भोपाल में आईटी हब न बनने पर भी रोष व्यक्त करते हुए कहा कि भोपाल के युवाओं को रोजगार के लिए बेंगलुरु और पुणे जाना पड़ रहा है। साथ ही आमसभा को वयोवृद्ध कांग्रेस नेता गुरमुखदास खानचंदानी, विष्णु विश्वकर्मा, मंजीत मारण, राजेन्द्र मीणा, अरुण श्रीवास्तव, श्याम सिंह मीणा, मांडवी चौहान और अवनीश भार्गव सहित कई लोगों ने सम्बोधित किया। इसके पहले नरेश ज्ञानचंदानी के साथ कमलनाथ संत नगर स्थित संत हिरदाराम जी की कुटिया भी गए। इस अवसर पर सिद्धभाऊ ने ज्ञानचंदानी को आशीर्वाद देते हुए कहा कि एक अच्छा मौका मिला है और मौका उसी को मिलता है, जो और अधिक सेवा करना चाहता है।