भोपाल। शहरों में आंगनबाडिय़ों के संचालन की नई व्यवस्था लागू की जा रही है। जिन क्षेत्रों में आंगनबाड़ी केंद्र कम है, उन क्षेत्रों में ज्यादा आंगनबाड़ी वाले क्षेत्रों से केंद्र स्थानांतरित किए जाएंगे। इसके लिए महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया गया है। विभाग की मंत्री इमरती देवी ने शुक्रवार को विभाग की समीक्षा बैठक की। उन्होंने अफसरों से कहा कि आंगनबाड़ी केंदे्रा पर खान-पान के साथ बच्चों के मानसिक विकास पर भी ध्यान दें।
शहरी क्षेत्रों में झुग्गी-बस्ती क्षेत्र, जहां पर आंगनवाडिय़ों का संचालन ज्यादा अनिवार्य होगा, वहाँ पर सम्पन्न क्षेत्रों में स्थापित आंगनवाडिय़ों को स्थानांतरित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि हमारी यह कोशिश होना चाहिये कि ग्रामीण क्षेत्रों में आँगनवाडिय़ों में बच्चों को आकर्षित करने के लिये सिर्फ खाद्य पदार्थों पर निर्भर न रहें। अन्य गतिविधियों को भी सम्मिलित करें, जिससे बच्चों को पोषण-आहार के साथ-साथ उनके स्वास्थ्य और मानसिक क्षमता में भी वृद्धि हो सके। बैठक में प्रमुख सचिव, महिला बाल विकास जेएन कंसोटिया, आयुक्त महिला बाल विकास एमबी ओझा समेत अन्य अधिकारी मौजूद थे।
आंगनबाड़ी नहीं खुली तो कार्यकर्ताएं होंगी जिम्मेदार
मंत्री ने कहा यह सुनिश्चित किया जाये कि आंगनवाड़ी समय से खुले, बच्चों और गर्भवती महिलाओं को साफ-सुथरा गर्म खाना उपलब्ध हो। अगर आँगनवाड़ी समय पर नहीं खुल रही है, तो इसकी जिम्मेदारी आँगनवाड़ी कार्यकर्ता की होगी। संचालनालय के अधिकारी निरीक्षण कर उचित कार्यवाही करें।