भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। आज रविवार को तीसरी बार शिवराज सरकार (Shivraj Government) में मंत्रिमंडल विस्तार (Cabinet Expansion) होने जा रहा है। इसमें बीजेपी सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia) के समर्थक तुलसी सिलावट (Tulsi Silawat) और गोविंद सिंह राजपूत (Govind Singh Rajput) मंत्री पद की शपथ लेंगे, वही बाकियों के नामों का खुलासा नही हो पाया है।इससे पहले सोशल मीडिया (Social Media) पर एक्टिव एमपी कांग्रेस (MP Congress) ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chauhan )और सिंधिया पर हमले बोलना शुरु कर दिया है।
एमपी कांग्रेस ने ट्वीटर (Twitter) के माध्यम सिंधिया समर्थकों को मलाई और बीजेपी विधायकों को छलने की बात कही है।एमपी कांग्रेस ने ट्वीट कर लिखा है कि आज दो जयचंद फिर मलाई पायेंगे और असली बीजेपी विधायक (BJP MLA) छले जायेंगे।उनके साथ कांग्रेस (Congress) की सहानुभूति है।सिंधिया पहले कांग्रेस खा रहे थे, अब बीजेपी खा रहे हैं। शिवराज जी, अपनों को नज़रअंदाज़ कर जयचंदों को पूजने की सज़ा जल्द मिलने वाली है। उसूलों पर आँच केवल सिंधिया के नहीं, बीजेपी नेताओं के भी आती है, जल्द कई ज़िंदा नज़र आयेंगे।
वही अगले ट्वीट में लिखा है कि 25 विधायक ख़रीदकर मुख्यमंत्री बनने वाले किसे भगवान मानते हैं ये सबको पता है..!लोकतंत्र की हत्या के इन स्थाई प्रतीकों ने मध्यप्रदेश की राजनैतिक (MP Politics) विरासत और संस्कृति को कलंकित किया है। सत्ता हवस लोकतंत्र निगल गई।कमलनाथ सरकार (Kamal Nath Government) माफिया और अपराधी प्रदेश छोंडकर भागे। शिवराज सरकार (Shivraj Government) दूसरे राज्यों के अपराधी भी मप्र में छिपने लगे।
आखरी ट्वीट में उन्होंने पूर्व कैबिनेट मंत्री रही इमरती देवी (Imarti Devi) को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि मंत्री इमरती का हाथ, भ्रष्टाचारियों के साथ। महामारी में अपनी विधायकी बेचने वाली सिंधिया समर्थक ग़ैर विधायक मंत्री ने एक फ़ाईल 50 दिन रोककर बच्चों के पोषण आहार में गड़बड़ी करने वालों को बचाया..? शिवराज जी, भ्रष्टाचार (Corruption) के इन स्थाई प्रतीकों के सहारे कब तक सरकार चलाओगे..?
नए साल पर भी बोला था हमला
इससे पहले नए साल पर एमपी कांग्रेस ने ट्वीट कर सिंधिया को घेरा था। कांग्रेस ने ट्वीट कर लिखा था कि बेशक साल बदल गया, लेकिन तीन बातें याद रखना होगा। सिंधिया ने ग़द्दारी की, जनादेश की क़ीमत 35 करोड़ थी, शिवराज सत्ता हवस में लोकतंत्र निगल गये।सज़ा अभी बाकी है। ग़द्दारों सुनो ! सज़ा अभी बाकी है,35 करोड़ का मज़ा अभी बाकी है, पैसा उड़ाकर जनादेश लूटने वालों, मध्यप्रदेश की रजा अभी बाकी है।ख़ुफ़िया रिपोर्ट से हड़कंप मचा हुआ है। ग़द्दार फिर कर सकता है ग़द्दारी..!हालांकि इसमें कांग्रेस ने किस खुफिया रिपोर्ट का जिक्र किया है वो स्पष्ट नहीं है।