MP Election 2022 : मतदान दलों पर बढ़ते हमलों पर कर्मचारी संगठनों ने जताई चिंता, की ये मांग

Atul Saxena
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भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। मध्य प्रदेश में चल रहे नगरीय निकाय और पंचायत चुनावों (MP Election 2022) के दौरान मतदान दलों पर हमलों की बढ़ती घटनाओं पर कर्मचारी संगठनों ने गहरी चिंता जताई है।  कर्मचारी संगठनों ने मतदान दलों की सुरक्षा बढ़ाने अथवा मतगणना जिला मुख्यालयों पर कराने की मांग की है।

मध्य प्रदेश के विभिन्न कर्मचारी संगठनों ने एक संयुक्त वक्तव्य में नगरीय निकाय चुनाव (MP Urban Body Elections 2022) और पंचायत चुनावों (MP Panchayat Elections 2022) के दौरान मतदान दलों  पर हो रहे हमलों पर चिंता जताई है। संगठनों के नेताओं ने कहा है कि ऐसी घटनाओं से चुनाव ड्यूटी करने वाले कर्मचारी और उनके परिजन दहशत में हैं।

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संगठन ने कहा कि पिछले दिनों दतिया जिले में ग्राम पंचायत हथलई में मतदान दल से मारपीट कर मतपेटी छीनकर कुएं में डाल दी गयी। शिवपुरी जिले के खनियांधाना में पीठासीन अधिकारी को मतपेटी सहित कुएं में धकेल दिया गया।भिंड में मतपत्र लूटे गए। नर्मदापुरम (होशंगाबाद) जिले के सिवनी मालवा में बांका बेड़ी पंचायत में हारे हुए प्रत्याशी के परिजनों ने मतदान दल और तैनात पुलिसकर्मियों पर डंडों और बेसबाल से हमला कर दिया। कर्मचारी और पुलिस कर्मी घायल हो गए। इन घटनाओं के कारण कर्मचारी चुनाव ड्यूटी से बचने लगे हैं और चुनाव ड्यूटी करके जब तक कर्मचारी घर नहीं आ जाता तब उसके परिजन तनाव और दहशत में रहते हैं।

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मप्र मंत्रालयीन कर्मचारी संघ के संरक्षक इंजीनियर सुधीर नायक, राजपत्रित अधिकारी संघ के प्रांताध्यक्ष डी.के.यादव, लिपिक वर्गीय शासकीय कर्मचारी संघ के प्रांताध्यक्ष मनोज बाजपेई, निगम मंडल कर्मचारी महासंघ के प्रांताध्यक्ष अजय श्रीवास्तव नीलू, न्यू बहुउद्देशीय स्वास्थ्य कार्यकर्ता संघ के संयोजक ओ.पी.एस. राजपूत, मप्र आपूर्ति अधिकारी संघ के प्रांताध्यक्ष संतोष उईके, मप्र पंचायत सचिव संघ ने प्रांताध्यक्ष नरेंद्र सिंह राजपूत ने मुख्यमंत्री और राज्य निर्वाचन आयोग से मांग की है मतदान दलों की सुरक्षा बढ़ाई जाए। खास तौर पर मतगणना के समय और उसके बाद मतदान कर्मियों को विशेष सुरक्षा दिये जाने की जरूरत है। मतगणना की प्रक्रिया के दौरान असामाजिक तत्वों का प्रवेश प्रतिबंधित किया जाए या फिर विधानसभा चुनावों की भांति मतगणना जिला मुख्यालयों पर ही कराई जाए।


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पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ....पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....

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