भोपाल। चुनाव के बाद और परिणाम से पहले आए एक्जिट पोल ने प्रत्याशियों की धड़कनें बढ़ा दी है। सर्वे के नतीजों से और भ्रम की स्थिति पैदा हो गई है। अलग अलग सर्वे में कहीं बीजेपी कहीं कांग्रेस की सरकार बनती दिख रही है। मध्य प्रदेश के लिए ज्यादातर एग्जिट पोल में बीजेपी और कांग्रेस के बीच कड़ा मुकाबला बताया जा रहा है। यहां पर सरकार बनाने के लिए 116 सीटों की जरूरत हैं। ऐसे में नेताओं की प्रतिक्रियाएं सामने आ रही है। कांग्रेस को जहां सत्ता वापसी का भरोसा है तो वहीं भाजपा को चौथी बार सरकार बनाने का भरोसा है| भाजपा प्रदेशाध्यक्ष राकेश सिंह का कहना है कि किसने किस आधार पर क्या सर्वे किया है। उसके बारे में कुछ कहने की आवश्यकता नहीं है। हमें विश्वास है कि चौथी बार भाजपा की ही सरकार बनेगी।
दरअसल, एक्जिट पोल के बाद भाजपा की हार और कांग्रेस की जीत पर भाजपा प्रदेशाध्यक्ष राकेश सिंह ने बयान दिया है और इस पोल को सिरे से नकार दिया है। सिंह का कहना है कि किसने किस आधार पर क्या सर्वे किया है? उसके बारे में कुछ कहने की आवश्यकता नहीं है । हमें यह पता है कि हमारी सरकारों ने जनता के कल्याण के लिए बेतहाशा कार्य किए हैं और हमारे कार्यकर्ताओं ने अनथक परिश्रम किया है । इस आधार पर मेरा दृढ़ विश्वास है कि मध्य प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी की सरकार पूर्ण बहुमत के साथ बनेगी और आगामी 5 वर्ष फिर से हम जनता की सेवा करेंगे ।
सिंह दावा करते हैं कि जो ढाई फीसदी मतदान बढ़ा है वो हमारे अनुकूल रहा तो सीटें और भी आगे निकल नहीं जाएंगी।जमीनी हकीकत ये है कि मध्यप्रदेश में चौथी बार भी भाजपा की ही सरकार बनेगी। हमारे द्वारा भी मतदान के बाद से समूचे प्रदेश से जानकारी बुलाकर डाटा एनालिसिस किया है उसके मुताबिक भारतीय जनता पार्टी 130 से ज्यादा सीटें निर्विवाद रूप से जीत रही है।
क्या कहता है एक्जिट पोल
आज तक के मुताबिक, मध्यप्रदेश में भाजपा और कांग्रेस के बीच कांटे की टक्कर है। इस एजेंसी के मुताबिक, मध्यप्रदेश में भाजपा को 102 से 120 सीटें मिलती नजर आ रही हैं। कांग्रेस के खाते में 102 से 122 सीटें जाती दिख रही हैं। अन्य के खाते में 4 से 11 सीटें जा सकती हैं।
एबीपी और सीएसडीएस के एग्जिट पोल के मुताबिक मध्य प्रदेश के चंबल की 34 सीटों में से 36 प्रतिशत भाजपा के खाते में गईं, कांग्रेस को 43 प्रतिशत सीट मिल रही हैं। भाजपा को यहां 10 सीटें मिल सकती है, काग्रेस को 21 सीटें मिल सकती है और अन्य को तीन सीट मिल सकती हैं। एबीपी के अनुसार विध्य की 56 सीटों में से भाजपा को 20 सीट, कांग्रेस को 33 सीट और अन्य को 3 सीट मिल सकती हैं।
इंडिया टुडे- एक्सिस माय इंडिया के सर्वे के अनुसार मप्र में कांग्रेस को 41 प्रतिशत और भाजपा को 40 प्रतिशत सीट मिलने की संभावना है। कांग्रेस को 104 से 122 सीट तो भाजपा को 102 से 120 मिल सकती हैं।