MP News : प्रदेश कांग्रेस कार्यालय जाने से पहले जान लें ऑफिस खुलने का समय, रविवार अवकाश रहेगा, ऑफिस पर लगाया बोर्ड, फिर हटाया, BJP का पलटवार

ये खबर जैसे ही मीडिया के माध्यम से वायरल हुई कांग्रेस के नेता कार्यालय पहुंच गये और बोर्ड को हटा दिया , नेताओं  ने कहा कि बोर्ड में त्रुटिवश गलत जानकारी लिखी हुई थी जिस कारण इस बोर्ड को हटा दिया है, कांग्रेस नेता ने कहा कि ये जनता का कार्यालय है ये उनके लिए हेमशा खुला है। 

Atul Saxena
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MP News : क्या आपने कभी सुना है कि किसी राजनीतिक दल के कार्यालय के खुलने और बंद होने का समय सरकारी दफ्तर की तरह होता है और वहां भी रविवर की छुट्टी होती है, नहीं सुना होगा , लेकिन ये कमाल मप्र कांग्रेस कमेटी ने किया है, उसने अपने कार्यालय में बाहर इसका एक बोर्ड लगा दिया, जब मामला चर्चा का विषय बना तो कुछ कांग्रेस के नेता वहां पहुंचे और फिर बोर्ड को हटाकर सफाई देने लगे कि त्रुटिवश लगा दिया था किसी ने, अब हाथ दिया है ये तो जनता का कार्यालय है हमेशा खुला है, उधर भाजपा ने इसपर पलटवार किया है।

पीसीसी कार्यालय के कार्य का समय सुबह 11 बजे से शाम 6 बजे तक, रविवार अवकाश रहेगा

मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी के भोपाल स्थित मुख्यालय के मुख्य द्वार पर एक बोर्ड लगा देखकर लोग चौंक गए, बोर्ड पर लिखा था पीसीसी कार्यालय के कार्य का समय सुबह 11 बजे से शाम 6 बजे तक, रविवार अवकाश रहेगा, किसी राजनीतिक दल के कार्यालय पर इस तरह क अबोर्ड लगा देखकर लोग आश्चर्य में पड़ गए बात मीडिया तक पहुंची और फिर कांग्रेस नेताओं तक पहुंची।

कांग्रेस नेताओं ने बोर्ड को उखाड़ फेंका 

ये खबर जैसे ही मीडिया के माध्यम से वायरल हुई कांग्रेस के नेता कार्यालय पहुंच गये और बोर्ड को हटा दिया , नेताओं  ने कहा कि बोर्ड में त्रुटिवश गलत जानकारी लिखी हुई थी जिस कारण इस बोर्ड को हटा दिया है, कांग्रेस नेता ने कहा कि ये जनता का कार्यालय है ये उनके लिए हेमशा खुला है।

भाजपा ने किया पलटवार- कारपोरेट कल्चर से चलेगी अब जीतू पटवारी की मध्यप्रदेश कांग्रेस

उधर भाजपा ने इस पर तंज कसा है, पार्टी प्रवक्ता नरेंद्र सलूजा ने X पर लिखा- कारपोरेट कल्चर से चलेगी अब जीतू पटवारी की मध्यप्रदेश कांग्रेस,  सुबह 11 बजे से शाम 6 बजे तक, रविवार अवकाश, पीसीसी के बाहर लगा बोर्ड।  शाम 6 बजे के बाद और रविवार कांग्रेसजन छुट्टी पर रहकर मस्त रहेंगे क्या करे मौसम का असर जो है। इस फ़ैसले को लेकर आक्रोश भी सामने आ गया, कुछ लोगो ने बोर्ड तोड़ कर फेंका।अजीबो ग़रीब फ़ैसले लेने वाली जीतू पटवारी की कांग्रेस, देश के इतिहास में पहली बार किसी राजनैतिक दल ने इस तरह का समय का निर्णय लिया है। 


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पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ....पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....

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