भोपाल।
सोमवार से एमपी का बजट सत्र शुरु होने जा रहा है। इसमें 15 सालों बाद सत्ता में लौटी कमलनाथ सरकार अपना पहला अंतरिम बजट पेश करेगी। इस बजट मे सरकार का किसानों, युवाओं और महिलाओं पर फोकस रहेगा। बजट सत्र के पहले सालों बाद सत्ता पक्ष के बाद विपक्ष की भूमिका निभा रही बीजेपी ने भी सरकार को घेरने की पूरी तैयारी कर ली है। इस सत्र में बीजेपी किसानों की कर्जमाफी, बिगड़ती कानून व्यवस्था और लगातार प्रदेश में हो रहे तबादलों को लेकर सरकार का घेराव करने का प्लान बना रही है। खुद नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने इस बात के संकेत दिए है।
दरअसल, आज मीडिया से चर्चा के दौरान नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव कमलनाथ सरकार द्वारा किए जा रहे लगातार प्रदेश में अफसरों के तबादलों को लेकर सवाल उठाए। इस दौरान भार्गव ने तबादलों के बाद उन्हें रद्द करने पर बड़े लेनदेन के भी सरकार पर गंभीर आरोप लगाए। गोपाल भार्गव ने कहा कि प्रदेश में पिछले पद्रंह सालों में जितने तबादले नही हुए इससे ज्यादा कांग्रेस की सरकार ने इस दो माह में कर दिया । अब तो प्रदेश में पैसे लॉ एंड आर्डर ले जा जैसी स्थिति हो गई।
इस सत्र मे सरकार से जवाब मांगेगें कि किसलिए प्रदेश में एक के बाद एक तबाडतोड तबादले किए गए। एक ही अफसर के दो बार तबादले किस आधार पर किए है।इससे प्रदेश की कानून व्यवस्था बिगड़ी है।उन्होंने कहा कि विधानसभा के सत्र में तबादलों समेत दूसरे मुद्दों को भी विपक्ष जोरशोर से उठाएगा। भार्गव ने कहा कि बिगडती कानून व्यवस्था और किसानों की कर्जमाफी में अब तक क्यों परेशानी आ रही है, इसके भी जवाब सरकार से विधानसभा में मांगेंगें।हालांकि उन्होंने साफ कर दिया कि वे इस विधानसभा सत्र में अविश्वास प्रस्ताव नही लाएंगें।
बता दे कि जब से प्रदेश में कमलनाथ सरकार आई है, तब से एक के बाद एक अफसरों के तबादले हो रहे है।बीते दो महिनों में दर्जनों अफसरों के तबादले हो चुके है। यहां तक की कुछ अफसरों के तबादले तो दो दो बार किए गए है, वही कुछ के तबादले कर रोक लगाई गई है। इन तबाड़तोड़ तबादलों को लेकर विपक्ष लगातार सरकार की घेराबंदी कर रहा है और अब विधानसभा में सरकार का घेराव करने की रणनीति बना रहा है। चुंकी कल सोमवार के बजट सत्र शुरु होने जा रहा है, ऐसे में सत्र में जोरदार हंगामे के आसार है।
गौरतलब है कि बजट सत्र 18 फरवरी से शुरू हो रहा है। जो चार दिन यानि 21 फरवरी तक चलेगा। इस विधानसभा सभा में बजट सत्र के दौरान कमलनाथ सरकार को कई सवालों के जवाब देना हैं। अब तक कुल 700 से ज्यादा सवाल सचिवालय को मिल चुके हैं। अबतक विपक्ष में रहकर कांग्रेस बीजेपी को घेरती हुई आई है, लेकिन अब हालात बदले है सत्ता में कांग्रेस और विपक्ष में बीजेपी है। अब देखना बड़ा दिलचस्प होगा कि विपक्ष में रहकर भाजपा कांग्रेस को कितना और कहां तक घेर पाती है।