भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। मानसून की वापसी (Return of monsoon) के पहले मध्यप्रदेश में एक बार फिर तेज बारिश का दौर शुरु होने वाला है, इसका कारण एक साथ तीन मानसूनी सिस्टमों (Three monsoon systems) का सक्रिय होना है, इसके चलते 13 सितंबर से बरसात की गतिविधियों में और तेजी आएगी। पिछले चौबीस घंटे में कई जिलों में झमाझम बारिश हुई है और मौसम विभाग (Weather Department) ने आज शनिवार को भी येलो अलर्ट जारी किया है। मौसम विभाग ने अगले 24 घंटों के लिए 8 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट (Heavy rain alert) जारी कर करीब 30 जिलों में गरज-चमक के साथ बिजली चमकने/गिरने की आशंका जताई है। वही तेज हवाओं के चलने की भी संभावना है।
मौसम विभाग की माने तो पूर्वी उत्तर प्रदेश से विदर्भ तक बनी द्रोणिका (ट्रफ), बंगाल की खाड़ी में बने चक्रवात और अरब सागर से मिल रही नमी के कारण प्रदेश में गरज-चमक के साथ तेज बौछारें पड़ने का सिलसिला शुरू हो गया है। 13 सितंबर को बंगाल की खाड़ी (Bay of Bengal) से कम दबाव के क्षेत्र के आगे बढ़ने की संभावना है। इसके बाद प्रदेश के कई स्थानों पर झमाझम बरसात का दौर शुरू होने के आसार हैं।
पिछले चौबीस घंटे में यहां हुई बारिश
पिछले 24 घंटों के दौरान प्रदेश के इंदौर, उज्जैन, होशंगाबाद संभागों के जिलों में अनेक स्थानों पर, सागर, रीवा, शहडोल, जबलपुर संभागों के जिलों में कुछ स्थानों पर, भोपाल और ग्वालियर सभागों के जिलों में कहीं-कहीं बारिश दर्ज की गई है। जबकि चंबल संभाग के जिलों में मौसम शुष्क बना हुआ है। शुक्रवार सुबह 8.30 बजे से शाम 5.30 बजे तक मंडला में 49, रतलाम में 25, उज्जैन में 19, रीवा में 18, इंदौर में 7.1, पचमढ़ी में 7.0, मलाजखंड में 6, छिंदवाड़ा में 4, उमरिया में 2, बैतूल में 1 मिमी बारिश हुई।
इन जिलों में भारी बारिश की चेतावनी
सिवनी, मंडला, बालाघाट, बैतूल, हरदा, खरगौन, खंडवा, अलीराजपुर ।
गरज-चमक के साथ बारिश और बिजली
मौसम विभाग ने भोपाल, होशंगाबाद, इंदौर, उज्जैन, शहडोल, जबलपुर संभागों के जिलो में और दमोह जिले में गरज-चमक के साथ बिजली चमकने और बिजली गिरने की भी संभावना जताई है। मौसम विभाग ने इसके लिए यलो अलर्ट जारी किया है।
इन 10 संभागों के जिलों में बारिश के आसार
मौसम विभाग ने कुछ जिलों में बारिश और गरज-चमक के साथ बौछारों का पूर्वानुमान जारी किया है। इसके मुताबिक जबलपुर, शहडोल, होशंगाबाद, उज्जैन, इंदौर, रीवा, सागर, भोपाल, ग्वालियर और चंबल संभागों के जिले शामिल हैं।
अतिवृष्टि और बाढ़ से 9 हजार 500 करोड़ की हुई हानि
सितंबर के पहले सप्ताह में प्रदेश में भारी बारिश हुई थी, जिसकी वजह से सीहोर, रायसेन होशंगाबाद जैसे जिलों में बाढ़ आ गई थी। बढ़ते जलस्तर की वजह से नर्मदा डैम को भी खोल दिया गया था।सरकारी आंकडों के अनुसार, प्रदेश में अतिवृष्टि और बाढ़ के कारण प्रारंभिक आकलन के अनुसार लगभग 9 हजार 500 करोड़ की हानि हुई है। प्रदेश में फसलें, मकान, पशु हानि के साथ-साथ सड़कों तथा अधोसंरचना को हुई क्षति के कारण व्यवस्थाएं प्रभावित हुईं। इस स्थिति में लोगों को अपने घरों से रेस्क्यू कर राहत शिविरों में पहुंचाया गया। सर्वे कार्य निरंतर जारी है और अधिक नुकसान की स्थिति भी सामने आ सकती है। राज्य सरकार ने प्रभावित लोगों को अधिकाधिक सहायता दी है। आगे भी राहत पहुँचाने में की बात कही गई है।