भोपाल| मध्यप्रदेश लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित राज्य सेवा प्रारंभिक परीक्षा 12 जनवरी को होने जा रही है| पीएससी परीक्षा में परीक्षार्थियों को जूते-मोजे पहनकर आने की रियायत दी गई है। प्रदेश में तेज ठंड के कारण निर्णय स्थानीय स्तर पर लेने की सुविधा दी गई है| इस बार परीक्षार्थियो को थोड़ी छूट मिल गई है। परीक्षार्थियों को स्वेटर और जूते मोजे पहनकर परीक्षा देने की अनुमति मिल गई है। अब कम से कम परीक्षार्थी कड़कड़ाती ठंड में सुकून से अपना पेपर हल कर सकेंगे। हालांकि, परीक्षा हॉल में जाने से पूर्व सभी परीक्षार्थियों की दो बार फ्रिस्किंग (टटोलकर जांच) होगी। भीषण ठंड को देखते हुए एमपीपीएससी ने यह निर्णय लिया है।
परीक्षा के लिए राजधानी में 69 केंद्र बनाए हैं, जिनमें 31 हजार 88 परीक्षार्थी परीक्षा देंगे। इन्हें दो स्तर की जांच के बाद परीक्षा केंद्र तक जाने की अनुमति दी जाएगी। 12 जनवरी को राज्य सेवा और राज्य वन सेवा की प्रारंभिक परीक्षा होगी। शुक्रवार को संभागायुक्त कल्पना श्रीवास्तव ने अधिकारियों के साथ बैठक कर परीक्षा केंद्रों पर व्यवस्थाओं की समीक्षा की।
परीक्षा दो पालियों में सुबह 10 से दोपहर 12 बजे तक तथा दोपहर 2.15 से शाम 4.15 बजे तक होगी। परीक्षार्थियों को परीक्षा केंद्रों पर आधे घंटे पहले पहुंचना होगा। उन्होंने सभी अधिकारियों को निर्देशित किया कि परीक्षा केंद्रों में परीक्षार्थी को प्रवेश कड़ी सुरक्षा जांच के बाद ही दिया जाए। परीक्षार्थियों की मुख्यद्वार पर कड़ी तलाशी की जाए। कोई भी परीक्षार्थी प्रतिबंधित वस्तुएं लेकर प्रवेश न कर सके। परीक्षा कक्ष के भीतर प्रवेश देने के पूर्व परीक्षार्थियों की दोबारा तलाशी करें। साथ ही महिला परीक्षार्थियों की तलाशी केवल महिला सुरक्षा कर्मियों से कराएं।
ये वस्तुएं न ले जाएं
परीक्षा में घड़ी, बैंड, कलावा, रक्षा सूत्र, आभूषण, बेल्ट, पर्स, बालों में बांधने वाले बैंड, टोपी और मुंह पर बांधने वाला कपड़ा ले जाना प्रतिबंधित है। मोबाइल फोन, केलकुलेटर सहित किसी भी प्रकारण के इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों पर भी रोक रहेगी।
तीन अधिकारी रहेंगे ऑब्जर्वर रूम में
परीक्षा की मॉनीटरिंग के लिए आयोग ने ऑब्जर्वर रूम में तीन सेवानिवृत्त अधिकारियों राजकुमार पाठक, एजे खान और जेएल राठौर को नियुक्त किया है। प्रत्येक को 23-23 केंद्रों का जिम्मा सौंपा है।