Tue, Dec 30, 2025

MP के संतरे को मिला नया नाम, अब कहलायेगा “सतपुड़ा ऑरेंज”

Written by:Atul Saxena
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MP के संतरे को मिला नया नाम, अब कहलायेगा “सतपुड़ा ऑरेंज”

भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। नागपुर के संतरों के साथ अब मध्य प्रदेश का संतरा (MP Orange) भी देश में मिठास बिखेरेगा। इसका नाम होगा “सतपुड़ा ऑरेंज” (Satpura Orange), छिंदवाड़ा जिले में पैदा होने वाला ये संतरा (Chhindwara Orange)जल्दी ही देश में अपनी अलग पहचान बना रहा। मध्य प्रदेश सरकार इसके लिए लोगो और क्यूआर कोड तैयार करवा रही है।

संतरे का नाम आते ही उसकी खुशबु और स्वाद मुंह में पानी ले आती है साथ ही फ्रेशनेस भी, संतरे के नाम से एक बात और याद आती है वे है महाराष्ट्र का नागपुर, जो संतरे के लिए मशहूर है, लेकिन ये बहुत कम लोग ही जानते होंगे कि नागपुर के संतरे के नाम से बिकने वाले संतरों में एक बड़ा हिस्सा मध्य प्रदेश के संतरों का भी होता है।

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आप ये जानकर थोड़ा आश्चर्यचकित हो रहे होंगे, लेकिन हम आपको बताते हैं कि “ऑरेंज सिटी ‘ के नाम से मशहूर नागपुर को भी मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा जिले के संतरे की सप्लाई की जाती है। महाराष्ट्र से सटे इस जिले के किसानों का नागपुर को “ऑरेंज सिटी” के रूप में पहचान दिलाने में अहम योगदान है। अब ‘एक जिला-एक उत्पाद’ योजना में छिंदवाड़ा जिले के संतरे को “सतपुड़ा ऑरेंज” के नाम से अपनी अलग पहचान मिली है।

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क्यूआर कोड हो रहा है तैयार

“सतपुड़ा ऑरेंज” नाम से ब्रांडिंग, पैकेजिंग की योजना में लोगो और क्यूआर कोड तैयार करवाया जा रहा है। कोड को स्केन करते ही कीमत सहित संतरे की पूरी जानकारी आ जाएगी। छिंदवाड़ा संतरा पतले छिलके वाला मीठा और रस से भरपूर होता है। बढ़ती लोकप्रियता के चलते कुछ वर्षों से किसान इसे बहुराष्ट्रीय कंपनियों को सीधे भी बेच रहे हैं।

जिले के पाढुर्ना, सौंसर, बिछुआ आदि विकासखंडों के लगभग 25 हजार हेक्टेयर क्षेत्र के बागीचों में हर साल तकरीबन साढ़े चार लाख टन संतरा होता है। इसका लगभग 60 से 70 प्रतिशत संतरा नागपुर मंडी पहुँचता है, जहाँ से देश के अन्य राज्यों और बाँग्लादेश में भी भेजा जाता है।