भोपाल, डेस्क रिपोर्ट| मध्य प्रदेश (Madhyapradesh) में उपचुनाव (Byelection) के एलान से पहले ही प्रदेश की सियासत का पारा उछाल मार रहा है| एक तरफ बयानों की बौछार है, तो वहीं बयानों पर सवाल भी सियासी मुद्दा बन रहे हैं| प्रदेश की महिला और बाल विकास मंत्री इमरती देवी (Imarti devi) का एक वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है। जिस पर प्रदेश की सियासत में भूचाल आ गया है| कांग्रेस (Congress) इस मामले में चुनाव आयोग पहुँच गई है|
दरअसल, सोशल मीडिया पर मंत्री इमरती देवी का एक वीडियो वायरल हो रहा है| इस वीडियो में मंत्री अपने क्षेत्र के ग्रामीणों से कह रही हैं कि सरकार का यह असर होता है कि वह जिस कलेक्टर से कहे वह सीट उसकी हो जाती है। सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे इस वीडियो को लेकर राजनीतिक गलियारों में चर्चा गर्म हो गई है। वहीं वायरल वीडियो के दिए गए बयान को आधार बनाकर कांग्रेस ने चुनाव आयोग से इमरती देवी के खिलाफ शिकायत की है। इसके अलावा कांग्रेस ने कहा है कि गैर विधायक 14 मंत्रियों को हटाया जाए क्योंकि ये पद का दुरुपयोग कर सकते हैं। साथ ही शिकायत में ग्वालियर में कल पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के पोस्टर हटाने की भी शिकायत की गई है।
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के नाम दिए पत्र में कांग्रेस ने कहा है भाजपा द्वारा 14 ऐसे व्यक्तियों को मंत्री बनाया गया है जो विधायक नहीं है तथा उनके विधानसभा क्षेत्र से उपचुनाव में प्रत्याशी है और वे नाम मात्र के लिए मंत्री प्रदेश स्तर के हैं | लेकिन वास्तविकता यह है कि उनके द्वारा अपने-अपने विधानसभा क्षेत्रों में ही मंत्री पद का प्रभार डालकर शासकीय तंत्र एवं मशीनरी का दुरुपयोग करना प्रारंभ कर दिया गया है|
कांग्रेस ने कहा कि मंत्री एवं डबरा से भाजपा प्रत्याशी इमरती देवी ने आज अपने विधानसभा क्षेत्र में चुनावी सभा को संबोधित करते हुए खुले रूप से घोषणा की है कि हमें केवल 8 सीट जीतना है और उन्हें 27 सीटें जितनी है, सत्ता सरकार का इतना बहुमत तो होता ही है कि सत्ता सरकार कलेक्टर से कहेगी जे सीट हमें चाहिए वह हमें मिल जाएगी। इससे स्पष्ट है कि भाजपा सरकार की विधानसभा के उपचुनाव को लेकर नीति और नियत में खोट है और इस संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता कि प्रस्तावित विधानसभा क्षेत्रों के उपचुनावों में प्रशासनिक अधिकारियों का खुलकर दुरुपयोग किया जाएगा| कांग्रेस ने चुनाव आयोग से उन 14 मंत्रियों को जो उपचुनाव में प्रत्याशी है, उन्हें मंत्रिमंडल से हटाने की मांग की है|