अजब-गजब एमपी : कहीं पटवारी नायब तहसीलदार, तो कहीं SE बने ENC

Amit Sengar
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MP GAJAB HAI : मध्य प्रदेश में लोक निर्माण विभाग में सरकार ने एक नया कारनामा किया है। प्रभारी ENC नरेंद्र कुमार के सेवानिवृत्त होने के बाद अब ENC का प्रभार शालिग राम बघेल को दिया गया है। हैरत की बात यह है कि बघेल अधीक्षण यंत्री स्तर के अधिकारी हैं और उनसे चार वरिष्ठ अधिकारी विभाग में पहले से मौजूद होने के बाद भी सरकार ने उनकी मेहरबानी की है।

जब पटवारी बना नायब तहसीलदार

अभी दो दिन पहले की ही बात है। गुना जिले की राघोगढ़ तहसील में पदस्थ पटवारी जगदीश भदोरिया को राघोगढ़ की एसडीएम अंजली आर ने नायब तहसीलदार का प्रभार सौंप दिया। दरअसल वहां पदस्थ नायब तहसीलदार रमाशंकर भदोरिया का तबादला हो गया था और रिक्त स्थान की पूर्ति के लिए एसडीएम ने यह आदेश निकाल दिया। खबर जैसे ही मीडिया में आई हड़कंप मच गया और आनन-फानन में एसडीएम ने अपने आदेश को संशोधित करते हुए वहां पर दूसरे नायब तहसीलदार को पदस्थ किया यानि गलती को सुधार लिया गया।

सीनियर छोड़ जूनियर बना ENC

लेकिन ऐसा ही एक मामला बुधवार को मध्य प्रदेश के लोक निर्माण विभाग में हुआ। दरअसल मध्य प्रदेश लोक निर्माण विभाग के प्रमुख अभियंता यानी ENC नरेंद्र कुमार 31 जुलाई को सेवानिवृत्त हो गए। उनके सेवानिवृत्त होने के बाद इस पद का प्रभार जिस अधिकारी को दिया गया उनका नाम है शालिग राम बघेल। बघेल इस समय इंदौर में बतौर अधीक्षण यंत्री यानि सुप्रिडेंट इंजीनियर के पद पर कार्यरत हैं। नियमानुसार उन्हें ज्यादा से ज्यादा मुख्य अभियंता यानी चीफ इंजीनियर का पदभार सौंपा जा सकता था और इंदौर में उन्हें अभी इसी प्रभार में रखा गया है। लोक निर्माण विभाग की बात करें तो इस विभाग में वर्तमान में प्रमुख अभियंता के नियमित पद पर आरके मेहरा, मुख्य अभियंता के नियमित पद पर जीपी मेहरा जैसे वरिष्ठ अधिकारी मौजूद है और शालिग राम बघेल से सीनियर दो अन्य अधीक्षण यंत्री दीपक असाई और रूप सिंह भील मौजूद हैं। बावजूद इसके चार अधिकारियों को सुपरसीट करते हुए बघेल न जाने किस की मेहरबानी से ENC पद पा गए।

मंत्री जी की बात ताक पर

सूत्रों की मानें तो मंत्री गोपाल भार्गव चाहते थे कि आरके मेहरा और जीपी मेहरा में से किसी एक को इंजीनियर इन चीफ बनाया जाए। लेकिन उनकी बात रद्दी की टोकरी में डाल दी गई। यानि सारे नियम कायदे ताक पर रख दिए गए और प्रमोशन के इस खेल में बघेल खेल जीतने में सफल रहे।


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मुझे अपने आप पर गर्व है कि में एक पत्रकार हूँ। क्योंकि पत्रकार होना अपने आप में कलाकार, चिंतक, लेखक या जन-हित में काम करने वाले वकील जैसा होता है। पत्रकार कोई कारोबारी, व्यापारी या राजनेता नहीं होता है वह व्यापक जनता की भलाई के सरोकारों से संचालित होता है। वहीं हेनरी ल्यूस ने कहा है कि “मैं जर्नलिस्ट बना ताकि दुनिया के दिल के अधिक करीब रहूं।”

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