भोपाल।
मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव से पहले बयानबाजी का दौर तेजी से चल रहा है।वही आरोप-प्रत्यारोप भी सियासत को गर्माए हुए है। इसी कड़ी में भाजपा नेता और राज्यसभा सांसद जीवीएल नरसिम्हा राव ने पीसीसी चीफ कमलनाथ पर गंभीर आरोप लगाए है।राव ने कहा है कि कमलनाथ ने यूपीए सरकार में मंत्री रहते कई घोटाले किए थे, लेकिन राहुल गांधी के संरक्षण मे बचे रहे। 2009 में सड़क मंत्रालय में कैबनेट में जगह मिली थी तब नीरा राडिया कांड में 15% कमीशन का मामला सामने आया था । जीवीएल ने आरोप लगाया कि कांग्रेस की देश में उपस्थिति सिमट गई है और उन्हें पैसों की जरूरत है इसीलिए उन्होंने कमलनाथ को मध्य प्रदेश में कांग्रेस पार्टी अध्यक्ष बनाया है। उन्होंने कहा, ‘यही कांग्रेस पार्टी का असली चेहरा है।’
राज्यसभा सांसद जीवीएल नरसिम्हा राव ने पत्रकार वार्ता में कहा कि “माफ करो युवराज मध्यप्रदेश में नहीं चाहिए लुटेरों का राज” । यूपीए सरकार के समय कमलनाथ पहले वाणिज्य एवं उद्योग तथा बाद में सड़क परिवहन मंत्री रहे थे। दोनों ही कार्यकाल में कमलनाथ ने जमकर भ्रष्टाचार किया और उनके भ्रष्टाचार को कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी का संरक्षण मिलता था, जो कमलनाथ को हर बार बचाते रहे।कमलनाथ को मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी का मुखिया बनाने के पीछे भी पार्टी की मंशा सीधे-सादे लोगों के प्रदेश से भ्रष्टाचार के माध्यम से कमाई की रही है।
राव ने कहा कि वर्ष 2009 में तत्कालीन वाणिज्य मंत्री आनंद शर्मा ने संसद में यह स्वीकार किया था कि चावल निर्यात में घोटाला हुआ है और इसमें जमकर कमीशनबाजी हुई है। लेकिन जब इस मामले की सीबीआई जांच की बात उठी, तो राहुल गांधी के इशारे पर कांग्रेस सरकार ने इसके लिए मना कर दिया। वहीं, नीरा राडिया टेप से भी कमलनाथ की कमीशनखोरी उजागर होती है, जिसमें उन्हें मिस्टर 15 परसेंट कहकर संबोधित किया गया है। इसके साथ ही सड़क परिवहन मंत्रालय को कमलनाथ द्वारा एटीएम माने जाने की बात भी उजागर हुई थी।