Bhopal- Ballot box in school classroom :भोपाल शहर की ताजुल मसाजिद के पास वर्ष 1913 में बने उबेदिया हाईस्कूल में घुसते ही पुलिसकर्मी आने की वजह पूछते हैं। वो इसलिये कि, क्योंकि यहां बैलेट बाॅक्स रखे हैं। इस दो मंजिला स्कूल में बीते आठ साल से बच्चों की क्लास गैलरी में लग रही है।
स्कूल के दस कमरों और दो हाॅल में बैलेट बाॅक्स
यहां की प्राचार्या कहती हैं कि एक कमरे को छोड़ बाकी दस कमरों और दो हाॅल में बैलेट बाॅक्स रखे हैं। वर्ष 2015 में जिला प्रशासन ने सिर्फ दो कमरे लिये थे। उसके बाद धीरे-धीरे पूरे स्कूल पर कब्जा हो गया। बारिश में बच्चों की छुट्टी करना पड़ती है। मामले में संज्ञान लेकर मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने कलेक्टर, भोपाल से प्रकरण की जांच कराकर की गई कार्यवाही के संबंध में तीन सप्ताह में जवाब मांगा है।
प्राचार्या की माने तो
ताजुल मसाजिद के पास साल 1913 में बने उबेदिया हाई स्कूल में घुसते ही पुलिसकर्मी आने की वजह पूछते हुए रोक लेते हैं। इसलिए क्योंकि यहां बैलेट बॉक्स रखे हैं। दो मंजिला स्कूल में 8 साल से क्लास गैलरी में लग रही हैं। एक कमरे को छोड़ बाकी 10 कमरों और 2 हॉल में बैलेट बॉक्स रखे हैं। 2015 में प्रशासन ने सिर्फ दो कमरे लिए थे। उसके बाद धीरे-धीरे पूरे स्कूल पर कब्जा हो गया। बारिश में छुट्टी करना पड़ती है।