भोपाल। मध्यप्रदेश की नई सरकार के मंत्रियों के बंगलों में पिछले छह माह से चल रहा रिनोवेशन कार्य अब तक पूरा नहीं हो पाया है। प्रत्येक मंत्री अपनी सुविधओं के हिसाब से बंगले के कक्षों को कमरों के साथ ही बैठक हॉल को आकर्षिक बनाने के लिए काम करा रहे हैं। लोक निर्माण विभाग के साथ ही अन्य एंजेसियों द्वारा मंत्री निवास को संवारने का काम किया जा रहा है। बताया जाता है कि बंगलों में कई जगह ऊंची-ऊंची बाउंड्रीवाल बनाई गई हैं। इसी के साथ इंटीरियर डेकोरेशन का वर्क भी कराया गया है। लंबे समय तक मंत्री बने रहे इसलिए कांग्रेस नेताओं ने वास्तुदोष को ध्यान में रखकर बंगलों के दरवाजों को मुंह भी बदल दिया है। सुख-समृद्धि के लिए रखे गए पौधे। किचिन, बैडरूम से लेकर मीटिंग रूम, वेटिंग रूम तक बिछाए कॉरपेट। वहीं बंगला परिसर में महंगे टाइल्स और ब्लेक कांच से दीवारों को बनाया सुंदर।
तीन मंत्रियों के बंगलों पर चल रहा रिनोवेशन
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कमलेश्वर पटेल: 74 बंगले में पूर्व महिला एवं बाल विकास मंत्री अर्चना चिटनीस का बंगला पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री कमलेश्वर पटेल को आवंटित हुआ है। इस बंगले का रिनोवेशन कार्य अभी तक चल रहा है। बंगले में वास्तुशास्त्र के आधार पर कई बदलाव किए जा रहे है, जिसमें प्रवेशद्वार से लेकर बेडरूम, कमरे और किचिन तक शामिल है। नए सिरे से कमरों का निर्माण कार्य चल रहा है।
उमंग सिंद्यार: 74 बंगले में स्थित बी-19 नंबर का बंगला वन विभाग मंत्री उमंग सिंद्यार को आवंटित किया गया है। बंगले में रिनोवेशन का काम चल रहा है। किचिन, टॉयलेट, कमरे आदि का काम नए सिरे किया जा रहा है। वहीं वास्तुशास्त्र के आधार पर प्रवेशद्वार और बैठक रूम भी तैयार किया जाएगा।
तुलसीराम सिलावट: चार इमली स्थित बी-07 नंबर का बंगला लोक स्वा. एवं प.क. मंत्री तुलसीराम सिलावट को आवंटित है। बंगले का रिनोवेशन का लगभग काम पूरा हो चुका है, जबकि कुछ छोटे-छोटे काम अभी किए जा रहे है। इनके बंगले में किचिन, कमरे और टॉयलेट रिनोवेट किए गए है। साथ ही सिलावट के कार्यालय को रिनोवेशन का काम भी किया जा रहा है, कार्यालय में बैठक की जगह से लेकर स्टॉफ रूम तक रिनोवेट किए जा रहे हैं। साथ कार्यालय के प्रवेशद्वार में बदलाव किए जा रहे हैं।
वास्तुशास्त्र के अनुसार ऐसे हुआ निर्माण
सकारात्मक ऊर्जा के संचार के लिए प्रवेश द्वार उत्तर, पूर्व या उत्तर-पूर्व दिशा की ओर से ही बनाए गए है। समृद्धि और ऐश्वर्य में वृद्धि के लिए कार्यालय के दक्षिण और पश्चिम में पेड़-पौधे लगाने के लिए व्यवस्था की गई है। उचित निर्णय लेने की क्षमताओं और शक्ति में वृद्धि के लिए के लिए मंत्रियों ने बैठक के लिए दक्षिण-पश्चिम स्थान का चयन किया है। वहीं धोखा, असुरक्षित या भयभीत महसूस न हो इसके बचने के लिए मंत्रियों ने बैठक के ठीक पीछे खिड़की, कांच या पेंटिग नहीं बनवाई है। जबकि शांति, संपन्नता, निर्विघ्न कार्य को पूरा करने के लिए स्टाफ की बैठक व्यवस्था उत्तर दिशा में की गई है।
हर्ष यादव और जीतू पटवारी के बंगला सबसे आलिशान
कुटीर ग्रामो. नवीन एवं नवकरणीय ऊर्जा मंत्री हर्ष यादव और उच्च शिक्षा, खेल एवं यु.क. विभाग मंत्री जीतू पटवारी का बंगला रिनोवेशन के बाद सबसे आलिशान बंगलों में तब्दील हो गया है। 74 बंगले में बी-20 नंबर हर्ष यादव को और 74 बंगले में डी-13 नंबर जीतू पटवारी को आवंटित हुआ है। दोनों बंगलों में रिनोवेशन के नाम पर फाइव स्टार सुविधाएं के आधार पर तैयार किया गया हैं। वहीं मंहगी टाइल्स और नई सिनेटरी, टॉयलेट, लाइट, फिटिंग से लेकर बेडरूम तक नए सिरे से तैयार किए गए है।