भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। आज के दौर में सोशल मीडिया (Social Media) पर कब क्या वायरल हो जाए पता नही चलता। फिर चाहे किसी नेता या अभिनेता के निधन की खबर ही क्यों ना हो। अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रही अपने निधन की खबर को युवा कांग्रेस नेता देवाशीष जरारिया (Congress leader Devashish Jararia) ने झूठी अफवाह बताया है। देवाशीष का कहना है कि वे बिलकुल स्वस्थ है और बीजेपी आईटी सेल द्वारा उनके सड़क दुर्घटना में निधन की खबर उड़ाई गई थी। जरारिया ने आरोप लगाया है कि भिंड में बेरोजगार युवकों की आवाज उठाने पर यह शरारत भाजपा के आइटी सेल ने की है। वे इसकी शिकायत पुलिस से करने पर विचार कर रहे हैं।
मिली जानकारी के अनुसार, राजीव तोमर नामक युवक ने रविवार को फेसबुक पर एक पोस्ट की थी, जिसमें उन्होंने एक सड़क दुर्घटना में देवाशीष जरारिया के निधन की बात कही थी। युवक ने फेसबुक पर लिखा कि भिंड आने से पहले ही देवाशीष जरारिया की सड़क दुर्घटना में मौत। ॐ शांति। खबर के वायरल होते ही कांग्रेस और देवाशीष से जुड़े लोगों में हड़कंप मच गया, नेताओं ने एक के बाद एक देवाशीष को फोन लगाना शुरु कर दिया, जब देवाशीष ने बताया कि वे बिलकुल ठीक है और उनके निधन की खबर अफवाह है तो सबने चैन की सांस ली।इसके बाद देवाशीष ने ट्वीटर के माध्यम से इसका खंडन किया और इसे बीजेपी की साजिश बताया है।देवाशीष ने लिखा है कि मेरे निधन कि झूठी अफवाह भाजपा द्वारा उड़ाई जा रही है मैं सकुशल हूँ। पोस्ट करने वाले युवक राजीव तोमर ने अपना परिचय विश्व हिन्दू परिषद और बजरंग दल कार्यकर्ता के रूप में दिया है।
बता दे कि हाल ही में जरारिया भिंड जिले में हुए बेरोजगारी को लेकर में प्रदर्शन में युवाओं के साथ शामिल हुए थे। इस दौरान उन्होंने सरकार पर जान से मरवाने का भी आरोप लगाया था। कांग्रेस नेता देवाशीष जरारिया (Congress leader Devashish Jararia) ने आरोप लगाते हुए कहा था कि बेरोजगारी के विरुद्ध युवा जनांदोलन में भाजपा वालो ने पहले तो मारपीट की उसके बाद गोलियां चलाई।उनका मकसद मुझे जान से मारने का था, क्योंकि मैं युवाओँ की आवाज उठा रहा हूँ।युवा समर्थन देख भाजपा डरी हुई है। भाजपा वालो मुझ पर हमला करो मुझे मार दो पर युवाओं को रोजगार दो। हमारी यही मांग है।कार्यक्रम पर भाजपा के गुंडों ने चलाई गोली।शिवराज जी मुझे जान से मरवा सकते है।इसके बाद उनके निधन की उड़ी अफवाह ने सियासी गलियारों में हड़कंप मचा दिया है।
गौरतलब है कि ग्वालियर के रहने वाले 28 साल के देवाशीष जरारिया मध्य प्रदेश में अनुसूचित जाति, जनजाति कर्मचारी संगठन (अजाक्स) के महासचिव डॉ. पीसी जाटव के बेटे हैं। देवाशीष जरारिया जेएनयू के छात्र नेता कन्हैया कुमार , जिग्नेश मेवाणी और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के करीबी भी माने जाते हैं। बसपा छोड़ने के बाद देवाशीष ने कांग्रेस ज्वाइन कर ली थी और फिर भिंड़ लोकसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी के तौर पर चुनाव भी लड़ा था, लेकिन वे हार गए थे। बावजूद इसके देवाशीष की गिनती अब कांग्रेस के बड़े और युवा नेताओं में होती है। LLB की पढ़ाई कर रहे देवाशीष अपने बेहतर राजनैतिक विश्लेषक के चलते युवाओं में खास पैठ रखते है। कई टीवी डिबेट में उन्हें अपनी बात दमदारी से रखते देखा जा चुका है, यहां तक की वे कई बार भाजपा के संबित पात्रा और कुछ तेजतर्रार एंकरों की बोलती बंद करते नजर आ चुके है।
मेरे निधन कि झूठी अफवाह भाजपा द्वारा उड़ाई जा रही है मैं सकुशल हूँ।@ANI @INCMP pic.twitter.com/FrWzVeFP0f
— Devashish Jarariya (@jarariya91) September 6, 2020