भोपाल। साधू संतों की पसंद माने जाने वाली पार्टी भाजपा अब उनके ही विरोध की शिकार हो रही है| मध्य प्रदेश की शिवराज सरकार ने पांच संतों को राज्यमंत्री का दर्जा भी दिया| लेकिन संतों ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया| अब एक अनूठे ढंग से विरोध की तैयारी की जा रही है| जिसमे सरकार से आक्रोशित साधु संत संकल्प लेंगे संतों का एक समूह एक सप्ताह बाद 25 को 5 क्विंटल मिर्ची का हवन यज्ञ करने जा रहा है। इसमें शिवराज सरकार को हटाने की आहूतियां डाली जाएगी।
पंचायती अखाड़ा निरंजनी मायापुरी हरिद्वार के महामंडलेश्वर स्वामी 1008 वैराग्यानंद गिरी महाराज ने कहा कि मध्यप्रदेश की भाजपा सरकार में संत समाज सुरक्षित नहीं है। संतों का अपमान और उपेक्षा की जा रही है। इसलिए पूरा संत समाज आज आक्रोशित है। नर्मदा की सौगंध खाने वाले सत्ता के मद में समाज को भूल गए हैं। आज नर्मदा में 665 नाले जोड़ दिए गए हैं। इससे नर्मदा का पवित्र जल गटर जैसा बनता जा रहा है। शिवराज सरकार को सत्ता से बेदखल करने के लिए 25 नंवबर को राजधानी में 5 क्विंटल मिची का हवन यज्ञ किया जा रहा है। हमें अनुमति की जरुरत नहीं है, संत हैं कहीं भी यज्ञ करेंगे। यह देश-दुनिया में पहली बार होगा। उन्होंने परिवर्तन को प्रकृति का नियम बताया है। इसी प्रकार सरकारों का परिवर्तन होना चाहिए।
महामंडलेश्वर वैराग्यानंद गिरी महाराज ने कहा कि आज देश में भगवाकरण की आड़ में फर्जी बाबाओं की भीड़ बढ़ती जा रही है। संत असली है या नकली उसकी पहचान समाज को ही करना होगी। जो भौतिकवाद सुख से दूर रहता है उसी के अंदर असली संत है। ऐसे संतों के प्रलोभन में नहीं आएं। जहां भी फर्जी सं��� दिखें, समाज उनको नकारे, तभी इनको ठेस पहुंचेगी।