NOC के बदले सरपंच ने मांगे थे एक लाख रुपए की रिश्वत, लोकायुक्त पुलिस ने 20 हजार रुपये लेते रंगे हाथ पकड़ा

लोकायुक्त पुलिस ने आरोपी के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धाराओं में मामला दर्ज कर लिया है।

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Lokayukta Police Action : भ्रष्ट शासकीय सेवकों के खिलाफ लगातार हो रहे एक्शन के बावजूद रिश्वतखोरी की घटनाओं में कमी नहीं आ रही है, आज एक बार फिर लोकायुक्त पुलिस की टीम को एक भ्रष्ट अधिकारी को गिरफ्तार करने में सफलता मिली है, लोकायुक्त पुलिस भोपाल की टीम ने ग्राम पंचायत कोलुआ के सरपंच को 20 हजार रुपए की रिश्वत लेते गिरफ्तार किया है। सरपंच ने एक कांट्रैक्टर को एनओसी देने के बदले एक लाख रुपए मांगे थे। जिसकी शिकायत लोकायुक्त से की गई थी।

लोकायुक्त के अनुसार कांट्रैक्टर सतीश ठाकुर झिरियाखेड़ी थाना बिलखिरिया इलाके में रहते हैं। उन्होंने ग्राम पंचायत कोलुआ में जल नल योजना के तहत पानी की टंकी का निर्माण किया था। कार्य पूर्ण होने के बाद एनओसी जारी करने के लिए सरपंच सुरेश परमार ने एक लाख रुपए की रिश्वत मांगी थी।

जिसकी लिखित शिकायत लोकायुक्त एसपी भोपाल संभाग से की गई। सत्यापन के बाद ट्रैपकर्ता अधिकारी नीलम पटवा के नेतृत्व में सरपंच सुरेश परमार को पहली किश्त 20 हजार रुपए लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा गया है।  लोकायुक्त पुलिस ने आरोपी के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धाराओं में मामला दर्ज कर लिया है।


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Amit Sengar

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मुझे अपने आप पर गर्व है कि में एक पत्रकार हूँ। क्योंकि पत्रकार होना अपने आप में कलाकार, चिंतक, लेखक या जन-हित में काम करने वाले वकील जैसा होता है। पत्रकार कोई कारोबारी, व्यापारी या राजनेता नहीं होता है वह व्यापक जनता की भलाई के सरोकारों से संचालित होता है। वहीं हेनरी ल्यूस ने कहा है कि “मैं जर्नलिस्ट बना ताकि दुनिया के दिल के अधिक करीब रहूं।”

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